भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है लेकिन विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले के बाद और टेस्ट सीरीज के बीच में कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट मुकाबला नहीं होना भारत के लिए चुनौती बन सकता है। भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले के बाद इंग्लैंड के साथ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है लेकिन इसके बीच करीब डेढ़ महीने का फासला रहेगा।
भारतीय टीम का किसी काउंटी टीम के खिलाफ मैच निर्धारित नहीं है। तैयारियों के लिए भारतीय टीम के पास इंट्रा टीम का मैच खेलने का विकल्प रहेगा। भारतीय टीम इंडिया ए के खिलाफ अभ्यास मैच खेल सकती है। हालांकि इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने अप्रैल में घोषणा की थी कि इंडिया ए का दौरा स्थगित किया जाता है।
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भारतीय टीम को दो चार दिवसीय इंट्रा टीम मुकाबले खेलने हैं। पिछली बार 2018 में भारतीय टीम ने एसेक्स प्रायर के खिलाफ तीन दिवसीय मैच खेले थे।
व्यस्त कार्यक्रम के चलते विदेशी सीरीज में अभ्यास मैच नहीं हो पा रहे हैं। हालांकि भारतीय टीम को इस बार इंग्लैंड में तीन महीने से ज्यादा समय तक रहना है। इसके बावजूद कोरोना वायरस के कारण उनका किसी काउंटी टीम के साथ मुकाबला नहीं है जिससे खिलाड़ी अपने कौशल में सुधार कर सकें।
भारत के पास विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले की तैयारियों के लिए कम समय रहेगा जबकि न्यूजीलैंड को फाइनल मुकाबले से पहले इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेलने हैं।
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सकारात्मक पहलू की बात करें तो भारत फाइनल मुकाबले में तरोताजा होकर उतरेगा जबकि कीवी टीम को 17 दिनों के अंदर तीन टेस्ट मैच खेलने हैं।केन विलियम्सन की कप्तानी वाली न्यूजीलैंड को दो जून को पहला टेस्ट मैच खेलना है जबकि दूसरा टेस्ट 10 जून को होगा।
भारत इंग्लैंड के लिए दो जून को रवाना हो सकती है जहां पहुंचने के बाद उसे 10 दिनों तक क्वारेंटीन में रहना होगा।