आईसीसी विश्व कप क्वालीफायर के बेहद रोमांचक मैच में अफगानिस्तान के हाथों 5 विकेट से हारने के साथ ही आयरलैंड की टीम 2019 विश्व कप में पहुंचने से चूक गई। इस हार के बाद आयरलैंड के कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड ने आईसीसी को आड़े हाथों लिया और अपना गुस्सा जाहिर किया। पोर्टरफील्ड ने बड़ा बयान देते हुए कहा, 'हर 208 हफ्ते में एक बार खेला जाने वाला विश्व कप 6 हफ्ते तक चलेगा और क्वालीफायर्स से सिर्फ 2 टीमें ही जा रही हैं। कैसे?'
पोर्टफील्ड ने आगे कहा, '2-3 बड़ी टीमें टूर्नामेंट में 9 मैच खेले सकें ताकि टीवी में प्रसारण के जरिए आईसीसी की भारी भरकम कमाई हो और कई सारी टीमों को कुछ भी ना मिले। विश्व कप के जरिए आईसीसी मोटी राशि का इस्तेमाल बाकी टीमों को खराब करने में कर रही है। मैंने यहां सुना है कि ये कॉम्पटीशन कितना अच्छा रहा। हर टीम ने एक दूसरे को हराया। इसे बढ़ावा दिया जाना चाहिए। अगर छोटी टीमों को भी विश्व कप में खेलने का मौका मिलेगा तो इससे उस देश में भी क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ेगी।'
पोर्टरफील्ड के बयान से उनका गुस्सा साफ झलक रहा था। पोर्टरफील्ड ने आगे कहा, 'मैं ये इसलिए नहीं कह रहा कि हम बाहर हो गए हैं। लेकिन मैं उन सभी देशों के लिए काफी चिंतित हूं जिन्हें ये नहीं पता कि अगले हफ्ते अब उनके साथ क्या होने वाला है। स्कॉटलैंड की टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया। वो काफी करीब थे लेकिन अब वो बाहर हो चुके हैं और अगले कुछ सालों तक वो क्या करेंगे?' पोर्टरफील्ड की ही तरह कई और लोग भी आईसीसी के इस फैसले पर अपना गुस्सा जाहिर कर चुके हैं।
आईसीसी ने फैसला लिया था कि 2019 और 2023 में होने वाले विश्व कप में सिर्फ 10 टीमें ही खेलेंगी। इसके पीछे की वजह 2007 में वेस्टइंडीज में खेले गए विश्व कप में भारत-पाकिस्तान जैसी टीमों के पहले ही दौर से बाहर जाने के बाद आईसीसी को हुआ नुकसान था।