भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज गौतम गंभीर ने अपने संन्यास पर बड़ा बयान दिया है। गंभीर ने अपने संन्यास पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि जब तक मेरे अंदर खेल को लेकर जुनून है तब तक मैं क्रिकेट खेलना जारी रखूंगा। गंभीर ने कहा, 'जब तक मैं रन बनाना जारी रखूंगा, तब तक मुझे खुशी होगी। मुझे रन बनाना और वापसी करना पसंद है। जब तक मेरे अंदर खेल के लिए जुनून मौजूद है, ड्रेसिंग रूम का हिस्सा बनना पसंद है तब तक मैं खेलना जारी रखूंगा। औप जब मुझे लगने लगेगा कि अब मेरे अंदर खेल के लिए कोई लगाव नहीं बचा तब मैं संन्यास ले लूंगा।'
गंभीर ने भारत को दो विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। गंभीर ने साल 2007 के टी20 विश्व कप के फाइनल में (54 गेंदों 75) और साल 2011 के विश्व कप फाइनल में (122 गेंदों में 97) रनों की पारी खेली थी और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। गंभीर को कभी भी भारत में वो दर्जा नहीं मिला जिसके वो हकदार थे।
गंभीर ने आगे कहा, 'आप हमेशा कुछ ना कुछ हासिल करना चाहते हैं। आपका सफर कभी खत्म नहीं होता। लेकिन जिस दिन मुझे लगेगा कि मैंने अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया है, उस दिन निश्चित तौर पर मैं खेलना छोड़ दूंगा। आपकी जिंदगी में हमेशा कुछ ना कुछ खाली रहता है और हर कोई ये चाहता है कि वो थोड़ा और हासिल कर ले और यही वो वजह है कि इंसान अपनी जिंदगी में मेहनत करना जारी रखता है।'
गंभीर ने आगे कहा, 'मैं ये नहीं कहूंगा कि मैंने सब कुछ हासिल कर लिया है और मेरे पास कुछ हासिल करने के लिए नहीं है। निश्चित रूप से अभी कुछ ना कुछ हासिल करने को बचा है। और यही वो बात है जो मुझे लगातार आगे बढ़ने को प्रेरित करता है।' आपको बता दें कि गंभीर ने हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी में हरियाणा के खिलाफ तूफानी शतक लगाया था और वो अब भी टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं।