अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने महेंद्र सिंह धोनी के विकेटकीपिंग दस्तानों पर सेना के चिन्ह के बने रहने की भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की अपील को सिरे से खारिज कर दिया है। आईसीसी ने शुक्रवार देर रात एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी।
आईसीसी ने अपने बयान में साफ कर दिया है कि वह धोनी को दस्तानों पर 'बलिदान बैज' बनाए रखने की अनुमति नहीं दे सकती क्योंकि ऐसा करना उसके नियमों के खिलाफ है।
आईसीसी ने अपने बयान में कहा, "आईसीसी टूर्नामेंट्स के नियम किसी भी तरह के व्यक्तिगत संदेश और लोगो को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मैचों में किसी भी वस्तु अथवा कपड़ों पर लिखने या चिपकाने की अनुमति नहीं देते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए वह लोगो धारण करना नियमों के खिलाफ है।"
धोनी के दस्तानों पर 'बलिदान बैज' बना हुआ है जो भारत के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए विश्व कप मैच में दिखा था। इस पर आईसीसी ने बीसीसीआई से कहा था कि वह धोनी से यह चिन्ह हटाने को कहे। वहीं बीसीसीआई का कामकाज देख रही प्रशासकों की समिति (सीओए) ने आईसीसी से अपील की थी कि वह धोनी को दस्तानों पर यह चिन्ह बनाए रखने की इजाजत दे। आईसीसी ने भारतीय बोर्ड की इस अपील को खारिज कर दिया है।
धोनी के दस्तानों पर 'बलिदान ब्रिगेड' का चिह्न् है। सिर्फ पैरामिल्रिटी कमांडो को ही यह चिह्न् धारण करने का अधिकार है। धोनी को 2011 में पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि मिली थी। धोनी ने 2015 में पैरा ब्रिगेड की ट्रेनिंग भी ली है। इस पर हालांकि सोशल मीडिया पर धोनी की काफी तारीफ हो रही है, लेकिन आईसीसी की सोच और नियम अलग हैं।