चरित असलंका और पाथुम निसांका की अर्धशतकीय पारियों के बाद गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन और उम्दा क्षेत्ररक्षण के दम पर श्रीलंका ने गुरुवार को यहां मौजूदा चैंपियन वेस्टइंडीज को 20 रन से हराकर आईसीसी टी20 विश्व कप में जीत से अपने अभियान का अंत किया। श्रीलंका की पांच मैचों में इस दूसरी जीत से वेस्टइंडीज की सेमीफाइनल में पहुंचने की रही सही उम्मीद भी समाप्त हो गयी। अब ग्रुप एक से इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका अंतिम चार में जगह बनाने की दौड़ में हैं। असलंका ने बल्लेबाजी के लिये अनुकूल परिस्थितियों में 41 गेंदों पर 68 रन बनाये जिसमें आठ चौके और एक छक्का शामिल है। उन्होंने निसांका (41 गेंदों पर 51 रन, पांच चौके) के साथ दूसरे विकेट के लिये 91 रन की साझेदारी की। इससे श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किये जाने पर तीन विकेट पर 189 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया।
वेस्टइंडीज के केवल दो बल्लेबाज शिमरोन हेटमायर (54 गेंदों पर नाबाद 81, आठ चौके, चार छक्के) और निकोलस पूरण (34 गेंदों पर 46 रन, छह चौके, एक छक्का) ही दोहरे अंक में पहुंचे और आखिर में उसकी टीम आठ विकेट पर 169 रन ही बना पायी। श्रीलंका की तरफ से वानिंदु हसरंगा, बिनुका फर्नांडो और चमिका करुणारत्ने दो-दो विकेट लिये। वेस्टइंडीज की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने दूसरे ओवर में ही दोनों सलामी बल्लेबाजों क्रिस गेल (एक) और इविन लुईस (आठ) के विकेट गंवा दिये। बिनुरा फर्नांडो ने गेल को मिडऑफ पर कैच कराया और इसके बाद उनकी गेंद लुईस के बल्ले का किनारा लेकर विकेटों में समायी।
गेल इस विश्व कप के चार मैचों में केवल 30 रन बना पाये हैं। पूरण भी जल्द पवेलियन पहुंच जाते लेकिन महीश तीक्ष्णा ने पहले अपनी ही गेंद पर और फिर फर्नांडो की गेंद पर उनका कैच छोड़ा। इन दो अवसरों को छोड़कर श्रीलंका का क्षेत्ररक्षण शानदार रहा। पूरण ने जीवनदान का फायदा उठाकर लांग ऑन पर छक्का लगाया, लेकिन वेस्टइंडीज ने पावरप्ले में रोस्टन चेज (नौ) का विकेट गंवा दिया जिनका भानुका राजपक्षे ने शार्ट मिडविकेट पर डाइव लगाकर बेहतरीन कैच लिया। ऑफ स्पिनर तीक्ष्णा ने फिर कसी गेंदबाजी की लेकिन वह सुपर 12 में विकेट लेने में नाकाम रहे। रन और गेंदों के बीच बढ़ते दायरे का दबाव बल्लेबाजों पर था जिसके प्रभाव में पूरण ने अपना विकेट गंवाया।
करुणारत्ने ने उन्हें आउट करने के बाद आंद्रे रसेल (दो) को आते ही पवेलियन भेजा। दुशमंत चमीरा पर छक्का जड़कर हाथ खोलने वाले हेटमायर ने करुणारत्ने पर लगातार तीन चौके लगाये जिससे 14वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचा, लेकिन हसरंगा ने गुगली पर कप्तान कीरोन पोलार्ड (शून्य) की गिल्लियां बिखेरने के बाद ड्वेन ब्रावो (दो) को बोल्ड करके वेस्टइंडीज की रही सही उम्मीद भी खत्म कर दी। हेटमायर ने इसके बाद तीन छक्के और दो चौके लगाये लेकिन इससे वह हार का अंतर ही कम कर पाये। इससे पहले टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिये उतरे श्रीलंका ने पावरप्ले के छह ओवरों में 48 रन बनाये और कुसाल परेरा (21 गेंदों पर 29) रन का विकेट गंवाया।
परेरा ने रवि रामपॉल पर डीप स्क्वायर लेग पर छक्का लगाया था लेकिन रसेल (33 रन देकर दो) ने उन्हें धीमी गेंद पर गच्चा देकर वापस कैच देने के लिये मजबूर किया। असलंका और निसांका ने यहां से रणनीतिक बल्लेबाजी की। उन्होंने लंबे शॉट खेलने के बजाय स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान दिया और इसमें सफल भी रहे। इस बीच उन्होंने ढीली गेंदों को सीमा रेखा तक भी पहुंचाया और इस बीच वेस्टइंडीज के मध्यम गति के गेंदबाजों और स्पिनरों की नहीं चलने दी। श्रीलंका 12वें ओवर में तिहरे अंक में पहुंचा। निसांका ने रामपॉल की ऑफ साइड की गेंद को स्क्वायर लेग पर चार रन के लिये भेजा और फिर दो रन लेकर 39 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया। यह इस प्रारूप में उनका तीसरा पचासा है। इसके बाद हालांकि ब्रावो की धीमी गेंद पर उनकी टाइमिंग सही नहीं थी और उन्होंने ‘काउ कार्नर’ पर आसान कैच दे दिया।
असलंका ने 33 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया। उनका साथ देने के लिये कप्तान दासुन शनाका (14 गेंदों पर नाबाद 25) क्रीज पर उतरे जिन्हें लंबे शॉट खेलने के लिये जाना जाता है। शनाका ने होल्डर पर छक्का और चौका जड़कर अपने तेवर दिखाये तो असलंका ने ब्रावो की गेंद छह रन के लिये भेजी। इसके तुरंत बाद असलंका ने रसेल की गेंद हवा में लहराकर शिमरोन हेटमायर को कैच दिया।