हरभजन की कैसे हुई थी टीम से विदाई-
हरभजन जब अपने करिअर के शीर्ष पर थे तब भी वह कूकाबूरा बॉल पर महारत हासिल नहीं कर पाए थे। लेकिन सिर्फ इसी वजह से उन्हें टेस्ट टीम से बाहर नहीं किया गया था। दरअसल उनकी गेंदबाज़ी की धार फीकी पड़ने लगी थी और वह विकेट भी नहीं ले पा रहे थे।
विकटों के अभाव में हरभजन अपने मुक्य हथियार ऑफ़ स्पिन की जगह ‘दूसरा’ पर ज़्यादा भरोसा करने लगे और इस कोशिश में उनकी ऑफ़ स्पिन की धार लगातार कम होती गई।