नयी दिल्ली: दो साल के बाद भारतीय टीम में वापसी करने वाले फिरकी गेंदबाज़ हरभजन सिंह के लिए बांग्लादेश के साथ एकमात्र टेस्ट मैच वैसा नहीं रहा जैसा उन्होंने चाहा होगा हालंकि उन्हें तीन विकेट मिले लेकिन बांग्लादेश जैसी टीम के ख़िलाफ़ जीत और जीत में उनका महत्वपूर्ण योगदान उनके टेस्ट करिअर में ऐसा धक्का लगा देता कि अगले 2-3 साल उनकी गाड़ी बेरोक टोक चलती रहती।