पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बाबर आजम को वनडे कप्तान के रूप में चुना है। अब बाबर पाकिस्तान की वनडे और टी20 टीम की कमान संभालेंगे। जबकि आईसीसी विश्सवकप 2019 में पाकिस्तान की कप्तानी करने वाले सरफराज अहमद को तीनो फॉर्मेट की कप्तानी से बाहर कर दिया गया है। इतना ही नहीं सेन्ट्रल कॉन्ट्रैक्ट में उन्हें ग्रेड ए से बी में भी भेज दिया गया है। इस तरह बार आजम को लिमिटेड ओवर्स का कप्तान बनाए जाने के बाद पाकिस्तान के मुख्य चयनकर्ता व कोच मिस्बाह उल हक ने इसके पीछे ही वजह बताई है।
मिस्बाह उल हक का मानना है कि पाकिस्तान अभी से 2023 विश्वकप पर अपनी निगाहें रखे हुए है जिसके चलते बाबर आजम बतौर बल्लेबाज के बाद कप्तानी के साथ भी तीन साल में खुद को ढाल सके। जो कि उनके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है।
मिस्बाह ने कहा, " 'हमने लंबे समय के बारे में सोच रहे हैं। जिसके चलते हमने बाबर को वनडे कप्तान चुनने के दौरान 2023 विश्व कप को ध्यान में रखा है। वह टी 20 टीम के कप्तान हैं, वह एक टॉप क्लास खिलाड़ी हैं और उन्हें तैयार करने का यह सही समय है।
गौरतलब है कि पीसीबी ने टेस्ट की कप्तानी अजहर अली और टी20 की कप्तानी बाबर आजम को पहले ही सौंपी थी, मगर आजम को अब वनडे कप्तान भी बना दिया गया है।
जिस पर मिस्बाह ने आगे कहा, "वह चुनौती अपने सिर पर लेता है। जब से वह हमारे टी 20 कप्तान बने हैं उनके टेस्ट प्रदर्शन में भी सुधार हुआ है। तो इसमें गलत क्या है अगर हम उन्हें प्रोमोट करते हैं।"
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बता दें कि बाबर आजम को पाकिस्तान का विराट कोहली भी कहा जाता है। उनकी बल्लेबाजी में संयम, कौशल और तकनीक का बेजोड़ नमूना दिखाई देता है। पाकिस्तान के लिए वो अभी तक तीनो फॉर्मेट में अहम हिस्सा बन चुके हैं। जिसके चलते वो अभी तक 26 टेस्ट, 74 वनडे मैच और 38 अंतराष्ट्रीय टी20 मैच खेल चुके हैं। ऐसे में पाकिस्तान बाबर को अपने भविष्य का सितारा समझता है जिसके चलते उनके कन्धों पर अब देश की टीम का जिम्मा सौंप दिया गया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि बाबर इस जिम्मेदारी पर कितने खरे उतरते हैं।