धोनी को कप्तानी छोड़े एक अरसा हो चुका है लेकिन आज भी मैदान पर चलती उन्हीं की है. स्टंप माइक से मैच के दौरान अक़्सर धोनी को खिलाड़ियों को सलाह और कभी-कभी निर्देश देते सुना जा सकता है. दरअसल धोनी के पास अपार अनुभव है जिसका फ़ायदा टीम इंडिया को होता है. मौजूदा कप्तान विराट कोहली जब आउट फ़ील्ड पर होते हैं तो धोनी ही पूरी टीम को संभालते हैं और बॉलर्स को निर्देश देते रहते हैं.
धोनी लीक पर चलने वाले आदमी नहीं हैं और हर मामले में उनका अंदाज़ निराला होता है. ग़ौरतलब है कि टीम इंडिया में अपने हेल्मेट पर तिरंगा लगाने का चलन क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने चलाया था. सचिन तेंदुलकर अपने हेल्मेट पर हमेशा तिरंगे का स्टिकर लगाकर खेलते थे. उनके बाद युवराज सिंह और कोहली भी अपने हेल्मेट पर तिरंगा लगाने लगे. लेकिन शायद आपको जानकर हैरानी होगी कि धोनी, जो आर्मी ऑफ़िसर भी है, कभी भी अपने हेल्मेट पर तिरंगा नहीं लगाते.
एक विकेटकीपर होने के नाते धोनी स्पिन गेंदबाज़ी के दौरान हेल्मेट पहन लेते हैं जबकि तेज गेंदबाजों की गेंद पर उसे नीचे ज़मीन पर रखना पड़ता है। ऐसे में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान न हो इसलिए धोनी अपने हेल्मेट पर तिरंगा नहीं लगाते हैं. इसके अलावा धोनी एक आर्मी ऑफिसर भी हैं और उन्हें पता है कि हेलमेट पर लगे तिरंगे को ज़मीन पर रखना उसका अपमान होगा.