भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर शुक्रवार को आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किए गए। तेंदुलकर को क्रिकेट में उनके अभूतपू्र्व योगदान के लिए आईसीसी के इस सम्मान से सम्मानित किया गया। सचिन आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले छठे भारतीय खिलाड़ी हैं। इससे पहले बिशन सिंह बेदी, कपिल देव, सुनील गावस्कर, अनिल कुंबले और राहुल द्रविड़ आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल हो चुके हैं।
बिशन सिंह बेदी, कपिल देव और सुनील गावस्कर की बात करें तो तीनों खिलाड़ियों ने साथ में काफी क्रिकेट खेला था। वहीं, अनिल कुंबले और राहुल द्रविड़ भारत के महान क्रिकेटर के सचिन तेंदुलकर के समकालीन हैं। इसके बावजूद सचिन से पहले कुंबले और द्रविड़ को आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्रिकेट की दुनिया में सबसे ज्यादा रन और शतक जड़ने वाले सचिन तेंदुलकर को आखिर राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले के बाद आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल क्यों किया गया। तो इसका जवाब ये है कि आईसीसी हॉल ऑफ फेम में उसी खिलाड़ी को शामिल किया जाता है जिसको क्रिकेट से संन्यास लिए कम से कम 5 साल का समय बीत चुका हो।
बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 14 नवंबर 2013 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। वहीं, राहुल द्रविड़ 24 जनवरी 2012 और कुंबले 29 अक्टूबर 2008 को आखिरी इंटरनेशनल मैच खेलते नजर आए थे। यही वजह है कि राहुल और कुंबल को सचिन से पहले आईसीसी हॉल ऑफ में शामिल किया गया।
गौरतलब है कि अब तक 87 क्रिकेटरों को आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया जा चुका हैं, जिनमें सबसे ज्यादा इंग्लैंड के 28 खिलाड़ी हैं। दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया है जिसके 26 खिलाड़ियों को इस सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। 18 खिलाड़ियों के साथ वेस्टइंडीज इस मामले में तीसरे पायदान पर हैं। इनके अलावा भारत के 6, पाकिस्तान के 5, न्यूजीलैंड के 3, साउथ अफ्रीका के 3 और श्रीलंका के 1 खिलाड़ी को इस क्लब में शामिल किया जा चुका है।