भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री के बुक लॉन्चिंग प्रोग्राम को लेकर चर्चा थमने का नाम नहीं ले रही है। भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ लंदन में ओवल टेस्ट से पहले शास्त्री के बुक लॉन्चिंग में शिरकत की थी और इसके बाद से ही टीम में कोरोना संक्रमण ने अपनी दस्तक दी।
हालांकि, टीम के सभी खिलाड़ी सुरक्षित पाए गए और आरटी पीसीआर टेस्ट में उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई लेकिन मुख्य कोच शास्त्री समेत गेंदबाजी कोच भरत अरुण, फील्डिंग कोच आर श्रीधर और फिजियो नितिन पटेल कोरोना संक्रमित पाए गए।
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भारतीय खेमे में कोरोना संक्रमण का असर यह हुआ की सीरीज में 2-1 आगे चल रही टीम इंडिया ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए मैनचेस्टर टेस्ट में खेलने से इंकार कर दिया और अंतत: इस मुकाबले को रद्द कर दिया गया।
ऐसे में अब खबर सामने आ रही है की जिस बुक लॉन्च में भारतीय खिलाड़ी समेत कोच शामिल हुए थे वहां पहुंचने वाली भीड़ को लेकर उन्हें कोई अनुमान ही नहीं था और ना ही उन्होंने इस कार्यक्रम में जाने के लिए बीसीसीआई ने अनुमति ली थी।
वेबसाइट 'इंडिया अहेड' से बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया, ''खिलाड़ियों को इस बारे में पता ही नहीं था की वह जिस कार्यक्रम में गए हैं वहां उम्मीद से अधिक भीड़ होगी। यही कारण है की उनके मास्क नहीं पहनने पर उन्हें दोष देना सही नहीं होगा। हालांकि, इतनी अधिक को भीड़ को देखते हुए सभी खिलाड़ी वहां से महज 5 से 10 मिनट में ही चले गए थे।''
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उन्होंने कहा, ''खिलाड़ियों को लगा था की कार्यक्रम में कुछ सिमित संख्या में लोग होंगे लेकिन जैसे ही उन्होंने देखा की भीड़ बहुत जादा है तो वह वहां चलते बने।''
सूत्र ने कहा, ''अब हम आगे की सोच रहे हैं। हमें पता है बुक लॉन्च कार्यक्रम के बाद कोरोना संक्रमण से टीम प्रभावित हुई है, चाहे इसे कोई माने या नहीं माने। बस अब हमें भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहना है।''
रवि शास्त्री ने किया था आरोपों का खंडन
कोरोना संक्रमण के बाद शुरू हुए विवाद को लेकर रवि शास्त्री ने भी अपना पक्ष रखा और उन पर लग रहे गैर जिम्मेदाराना रवैये के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। शास्त्री का मानना है की टीम में फैले कोरोना संक्रमण का कारण उनका बुक लॉन्च का कार्यक्रम नहीं था।
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उन्होंने अपने एक बयान में कहा की पूरा इंग्लैंड खुला हुआ है। लोगों के कहीं भी आने और जानें पर पाबंदी नहीं है। ऐसे में कार्यक्रम में आए भीड़ के लिए उनका बुक लॉन्चिंग कैसे जिम्मेदार हो सकता है।
क्या बीसीसीआई से मिली थी मंजूरी ?
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने माना की रवि शास्त्री के बुक लॉन्च के कार्यक्रम को लेकर किसी तरह की मंजूरी नहीं ली गई थी और ना ही इस बारे में कोई जानकारी थी।
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इतना ही नहीं बीसीसीआई के सेक्रेटरी जय शाह ने भी एक पत्र लिखकर खिलाड़ियों को सलाह दी थी की वह स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भीड़ भाड़ वाले जगहों पर जानें से बचें। जय शाह ने यह पत्र विकेटकीपर ऋषभ पंत के कोविड संक्रमित होने के बाद खिलाड़ियों को लिखा था।
सीरीज के पहले मुकाबले से ठीक पहले पंत कोविड पॉजिटिव पाए गए थे।
बीसीसीआई के फैसले पर क्या कहता है ईसीबी ?
मैनचेस्टर टेस्ट के रद्द होने के बाद इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने बीसीसीआई के फैसले पर अपनी आपत्ति जताई है। इसके विरोध में उन्होंने आईसीसी को लेकर एक आधिकारिक पत्र भी लिखा है। हालांकि, बीसीसीआई ने पांचवे टेस्ट के कारण हुए नुकसान की भरपाई के लिए ईसीबी के सामने अगले साल दो अतिरिक्त टी-20 मैच खेलने का प्रस्ताव दिया है लेकिन इस पर इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
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वहीं मैनचेस्ट टेस्ट के रद्द होने का असर इंडियन प्रीमियर लीग पर देखने को मिला है। यूएई में आईपीएल 2021 के दूसरे चरण से पहले इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने अपना नाम वापस ले लिया है। हालांकि, उन्होंने इसके पीछे अलग-अलग कारणों का हवाला दिया लेकिन जानाकरों का मानना है की यह सब ईसीबी की नाराजगी के कारण हुआ है।
आईपीएल से अपना नाम वापस लेने वालों में जॉनी बेयरस्टो, क्रिस वोक्स और जोस बटलर सरीखे खिलाड़ी हैं, जिन्हें फैंस आईपीएल में खेलते हुए देखना पसंद करते हैं।