नई दिल्ली| युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने टीम इंडिया के लिए अपने डेब्यू टेस्ट मैच में शतक जड़कर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। जिसके बाद कई दिग्गज और फैंस ने उन्हें बल्लेबाजी अंदाज में सचिन और सहवाग का मिश्रण बताया। ऐसे में क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने अब इस बल्लेबाज के उस खराब समय का जिक्र किया है। जब उनके कठिन समय में तेंदुलकर ने आगे आकर उनको सही राह दिखाई थी।
गौरतलब है कि टखने की चोट और डोप टेस्ट में नाकाम रहने के बाद उन्हें 16 महीने तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा। जिस दौरान तेंदुलकर ने शॉ से बातचीत कर उनके करियर को सही दिशा में ले जाने में मदद की।
तेंदुलकर ने भाषा से कहा , ‘‘ हां, यह सच है। पिछले कुछ वर्षों में पृथ्वी (शॉ) से मेरी कई बार बात हुई है। वह बहुत प्रतिभाशाली खिलाड़ी है और मैं उसकी मदद करके खुश हूं। मैंने उनसे क्रिकेट और इस खेल से बाहर की जिंदगी के बारे में बात की।’’
तेंदुलकर से जब पूछा गया कि उन्होंने शॉ को क्या बताया तो वह इस बारे में बात करने में सहज नहीं दिखे। इस महान खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि अगर किसी युवा ने मुझसे संपर्क किया है और करियर के बारे में सलाह मांगी है तो कम से कम मेरी ओर से गोपनीयता बरकरार रहना चाहिए। ऐसे में मैं आपको यह नहीं बताना चाहूंगा कि किस मुद्दे पर बातचीत हुई थी।’’
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शॉ ने हालांकि बाद में बताया था कि उन्हें मुंबई के इस सीनियर खिलाड़ी का मार्गदर्शन मिला था। तेंदुलकर ने कहा, ‘‘ठीक है, अगर पृथ्वी इसके बारे में बात करना चाहता है, तो यह उसकी मर्जी है।’’
तेंदुलकर ने व्यक्तिगत स्तर पर कई युवा क्रिकेटरों को राह दिखाई है लेकिन उन्होंने कभी उसका खुलासा नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने व्यक्तिगत स्तर पर बहुत सारे युवाओं से बात की है और उनका मार्गदर्शन किया है। अगर किसी को लगता है कि मैं उन्हें उनके खेल के बारे में मार्गदर्शन देने में मदद कर सकता हूं, तो मैं हमेशा तैयार रहता हूं।’’
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शॉ के अलावा भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी बांग्लादेश के खिलाफ पिछले साल नवंबर में गुलाबी गेंद से खेले गए टेस्ट से पहले सुझाव लिया था।
कोहली ने कहा था, ‘‘ मैंने पहले दिन के खेल के बाद सचिन पाजी से बात की और उन्होंने एक बहुत ही दिलचस्प बात कही। उन्होंने कहा था कि गुलाबी गेंद के साथ आपको दूसरे सत्र को सुबह के सत्र की तरह लेना चहिए। क्योंकि इस समय अंधेरा हो रहा होता है और गेंद स्विंग होने लगती है।’’ कोहली इस मैच में शतक लगाकर दिन-रात्रि टेस्ट में ऐसा करने वाले पहले भारतीय बने थे।
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