भारतीय क्रिकेट फैंस इस बात से बखूबी वाकिफ हैं कि टीम इंडिया में जगह पाना किसी के लिए भी सपना होता है। टीम इंडिया की नीली जर्सी पहनने के लिए खिलाड़ी को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। यहीं नहीं, उसे कई कड़े इम्तिहानो से गुजरना पड़ता है तब जाकर उसका टीम इंडिया की ओर से खेलने का सपना साकार हो पाता है। कुछ ऐसी ही कहानी है भारतीय टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की।
टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या कई इंटरव्यू में खुलासा कर चुके हैं कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। इसके बावजूद उन्होंने क्रिकेट में कड़ी मेहनत करना जारी रखा। पांड्या खिलाड़ी बनने से पहले एक-एक रुपये के लिए कड़ी मेहनत करते थे। पैसों के लिए हार्दिक और उनके भाई क्रुणाल पास के गावों में क्रिकेट खेलने जाते थे जिससे उन्हें हर मैच में कुछ रुपये मिल जाते थे।
हार्दिक पांड्या ने उन्हीं दिनों की एक तस्वीर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की है। ये फोटो काफी पुरानी है जिसमें वह एक ट्रक में खड़े नजर आ रहे है। पांड्या ने फोटो के कैप्शन में लिखा, "ये उन दिनों की फोटो है जब मैं लोकल मैच खेलने के लिए ट्रक में यात्रा करता था। इसने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। अब तक की मेरी यात्रा अद्भुत रही है। नरक हाँ, मैं इस खेल से प्यार करता हूँ!।"
गौरतलब है कि हार्दिक पांड्या इन दिनों भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली जा रही टी-20 सीरीज में व्यस्त है। टीम इंडिया ने मोहाली में खेले गए दूसरे टी-20 सीरीज में साउथ अफ्रीका को 7 विकेट से मात दी। इस मैच में टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को भले ही बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला हो लेकिन गेंदबाजी करते हुए पांड्या ने खतरनाक बल्लेबाज डेविड मिलर को बोल्ड कर भारत को अहम सफलता दिलाई।