भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। हालांकि जब उन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी तो वह खास नहीं रहा था। धोनी अपने पहले मुकाबले में ही बिना खाता खोले आउट हो गए थे।
धोनी वनडे इंटरनेशनल की अपनी चार पारियों में सिर्फ 22 रन ही बना सके थे लेकिन 5 अप्रैल 2005 को, आज ही के दिन पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने एक ऐसी तूफानी पारी खेली तो उनके यादगार बन गया।
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आज से ठीक 16 साल पहले धोनी ने वनडे क्रिकेट में अपना पहला वनडे शतक लगाया था। पाकिस्तान के खिलाफ विशाखापट्टनम में खेले गए इस मैच में धमाकेदार 148 रनों की पारी खेली थी।
अपनी इस पारी में धोनी ने 123 गेंदों का सामना करते हुए 120.32 की स्ट्राइक रेट से 15 चौके और 4 छक्के भी लगाए। इस शतकीय पारी के बाद धोनी फिर कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखें और लगातार सफलताओं की बुलंदियों पर चढ़ते गए।
यही कारण है कि आगे चलकर धोनी तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया की कमान संभाली। धोनी की कप्तानी में भारत ने टी-20, वनडे और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया। इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में भी टीम नंबर एक के पायदान पर पहुंचा।
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आपको बता दें कि धोनी भारत के लिए 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी-20 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वनडे टेस्ट में धोनी ने 4876 रन बनाए, जिसमें 33 अर्द्धशतक के साथ 6 शतकीय पारी भी शामिल रही।
वहीं वनडे में उन्होंने 10773 रन बनाए। इस फॉर्मेट में धोनी ने नाम 73 अर्द्धशतक के साथ 10 शतक दर्ज जबकि टी-20 में उन्होंने 1617 रन बनाए हैं।