नई दिल्ली। कभी विश्व क्रिकेट की सबसे खतरनाक टीमों में शुमार वेस्टइंडीज का प्रदर्शन ग्राफ पिछले कुछ साल में लगातार गिरता गया है लेकिन इस बार आंद्रे रसेल की अगुवाई में कई ‘पावर हिटर्स’ की मौजूदगी उसे इंग्लैंड में होने वाले क्रिकेट में महासमर में ‘छिपा रूस्तम’ बना सकती है। ‘यूनिवर्स बॉस’ क्रिस गेल भले ही आईपीएल में चिर परिचित फॉर्म में नजर नहीं आये हो लेकिन रसेल ने जिस तरह से बल्ले से रन उगले हैं, दुनिया भर के गेंदबाजों में खलबली मच गई होगी। कैरेबियाई क्रिकेट उनके बल्ले के बूते नयी र्सजीवनी पाने की उम्मीद में होगा ।
रसेल के अलावा कार्लोस ब्रेथवेट और डेरेन ब्रावो भी टीम में है जबकि युवा शिमरोन हेटमायेर भी वनडे और टी20 में 100 से अधिक की स्ट्राइक रेट से रन बना चुके हैं। सलामी बल्लेबाज शाइ होप शीर्षक्रम में है और इन सभी की मौजूदगी में वेस्टइंडीज टीम बड़ा उलटफेर कर सकती है ।
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच भुगतान विवाद का असर टेस्ट और वनडे में अंतरराष्ट्रीय टीम के रूप में वेस्टइंडीज के प्रदर्शन पर पड़ा है। गेल, कीरोन पोलार्ड और ड्वेन ब्रावो टीम से बाहर भी रहे । वेस्टइंडीज टीम ने आत्मविश्वास खो दिया जो अभी तक दोबारा हासिल नहीं कर सकी है।
अब गेल टीम में है जबकि ब्रावो और पोलार्ड भी रिजर्व में है तो यह विश्व कप कैरेबियाई क्रिकेट की दशा और दिशा बदल सकता है। इंग्लैंड के छोटे मैदान और सपाट पिचें कैरेबियाई बल्लेबाजों को अपना पावरगेम दिखाने का पूरा मौका देंगी। जिस तरह की प्रतिभायें उनके पास है, विश्व रैंकिंग में वे आठवें से बेहतर स्थान के हकदार हैं। बांग्लादेश भी उनसे ऊपर है और सत्तर और अस्सी के दशक में आतंक की पर्याय रही टीम से नीचे सिर्फ श्रीलंका और अफगानिस्तान हैं।
वेस्टइंडीज के अच्छे दिन की शुरूआत इंग्लैंड में ही 1975 विश्व कप जीतकर हुई थी और एक बार फिर उसके पास पुराना गौरव लौटाने का मौका है। उसके लिये हालांकि उसे एक ईकाई के रूप में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
वेस्टइंडीज विश्व कप टीम :
जेसन होल्डर (कप्तान), क्रिस गेल, केमार रोच, डेरेन ब्रावो, आंद्रे रसेल, शाइ होप, शेल्डन कोटरेल, एविन लुईस, शेनोन गैब्रियल, कार्लोस ब्रेथवेट, एशले नर्स, शिमरोन हेटमायेर, फेबियन एलेन, ओशाने थामस, निकोलस पूरन ।