कोरोना महामारी के कारण जहां पूरी दुनिया में सभी प्रकार के क्रिकेट मैच पर पाबंदी लगी हुई हैं वहीं सभी क्रिकेट बोर्ड जल्द से जल्द अंतराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी को लेकर प्रयासरत हैं। इस कड़ी में सबसे पहले इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने जुलाई माह में वेस्टइंडीज की मेजबानी का रास्ता साफ़ कर लिया है। जिसके चलते वेस्टइंडीज की टीम 8 जुलाई से इंग्लैंड में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने जा सकती है। इतना ही नहीं इस सीरीज की तैयारी के लिए दोनों टीमों के खिलाड़ी अपने - अपने घरेलू मैदान में ट्रेनिंग भी कर रहे हैं। जिसमें वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज ओशाने थामस इंग्लैंड की सरजमीं पर अपने टेस्ट डेब्यू को लेकर सपना भी संजोए हुए हैं।
ओशाने थामस चाहते हैं कि उनका भी नाम महान खिलाड़ियों के साथ लिया जाये और वह बखूबी जानते हैं कि अपने सपने को साकार करने के लिये उन्हें टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान लगाना होगा। थामस को वेस्टइंडीज की 25 सदस्यीय टीम में रिजर्व के तौर पर चुना गया है जो इंग्लैंड दौरे पर जायेगी। 23 साल के इस खिलाड़ी ने 2018 में आने के बाद वेस्टइंडीज के लिये केवल सफेद गेंद के क्रिकेट में प्रतिनिधित्व किया है और उन्होंने अभी तक पारंपरिक प्रारूप नहीं खेला है। वेस्टइंडीज के लिये वह अभी तक 20 वनडे और 12 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं।
उन्होंने ‘जमैका आब्जरवर’ से कहा, ‘‘मैं निश्चित रूप से टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता हूं। मैं सभी तीनों प्रारूपों में अच्छा करना चाहता हूं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘जो भी खिलाड़ी महान बनना चाहता है उसके लिये टेस्ट क्रिकेट ही इसका रास्ता है। आप महज एक औसत क्रिकेटर नहीं बनना चाहते, आप महान खिलाड़ियों में शामिल होना चाहते हो। ’’
ये भी पढ़े : विराट कोहली और धोनी में कौन है बेहतर, उमेश यादव ने दिया ये जवाब
थामस को हालांकि पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिये टेस्ट टीम में शामिल किया गया जिसमें वेस्टइंडीज ने 2-1 से जीत हासिल की थी लेकिन यह युवा खिलाड़ी एक भी मैच नहीं खेल सका। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पदार्पण करने का मौका नहीं मिला, लेकिन उम्मीद करता हूं कि मैं इस बार पदार्पण कर पाऊंगा। ’’
बता दें कि इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच 8 जुलाई से होने वाली टेस्ट सीरीज को लेकर दोनों बोर्ड की तरफ से सहमती जताई जा चुकी है। जबकि दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने ट्रेनिंग भी शुरू कर दिया है। अब बस इस सीरीज पर ब्रिटेन सरकार की मूहर लगना बाकी है। अगर वहाँ की सरकार इस सीरीज को लेकर सहमती जता सेती है तो फिर हमें कोरोना के बीच सबसे पहले इंग्लैंड में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट देखने को मिलेगा।