कोरोना महामारी के बीच जहां सभी प्रकार के खेलों पर रोक लगी हुई हैं वही वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड जुलाई माह में इंग्लैंड दौरे के लिए काफी आत्मविश्वास से लबरेज नजर आ रहा है। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ( ईसीबी ) जुलाई के पहले सप्ताह में वेस्टइंडीज की मेजबानी के लिए तैयारी कर रहा है। वहीं वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने भी इस बारे में सकरात्मक संकेत देने शुरू कर दिए हैं।
जिसके बारे में वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के सीईओ जॉनी ग्रेव का मानना है कि वो भी इस दौरे के लिए काफी सकरात्मक देख रहे हैं और तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने ईएसपीऍनक्रिकइन्फो से कहा, " इस समय हम जहां है उस स्थिति से इंग्लैंड के बारे में देख रहे हैं कि वहाँ दिन प्रति दिन कोरोना के केस कम होते जा रहे हैं। जिसके चलते इस दौरे को लेकर हमारा आत्मविश्वास बढ़ता जा रहा है। "
ग्रेव ने आगे कहा, "हमारी 28 मई को बोर्ड मीटिंग है। अगर दौरा होता है तो हमें जून की शुरुआत से ही वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड से इसकी सहमती लेनी पड़ेगी। जिसके चलते हम अपनी लॉजीस्टिक्स और खिलाड़ियों का चयन करके तैयारी में आगे बढ़ सके।"
इतना ही नहीं ग्रेव ने आगे बताया कि टेस्ट सीरीज को इंग्लैंड के ओल्ड ट्रेफोर्ड मैदान पर बायो सिक्योर माहौल में खेला जा सकता है। जबकि अभी तक वेस्टइंडीज के किसी भी खिलाड़ी ने इंग्लैंड दौरे पर जाने को लेकर आपत्ति भी नहीं जताई है। जिसके बारे में उन्होंने कहा, " वर्तमान प्लान ये है कि तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट 8 जुलाई, दूसरा 16 जुलाई और तीसरा व अंतिम टेस्ट मैच 24 जुलाई को खेला जा सकता है। जबकि वेन्यु की बात करें तो वो एजस बाउल और एमिरात का ओल्ड ट्रेफोर्ड मैदान हो सकता है। लेकिन इसके बारे में अभी हम कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं कर सकते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, " खिलाड़ियों की चिंता प्राथमिकता है लेकिन अभी तक उनकी तरफ से इस टूर को लेकर कोई फीडबैक नहीं आया है। किसी ने भी सामने आकर इस दौरे पर ना जाने के बारे में मना नहीं किया है। इसके बावजूद हम उनसे एक बार जरूर पूछेंगे।
ये भी पढ़े : Exclusive : पीएम मोदी के खिलाफ जहर उगलने वाले अफरीदी को दानिश कनेरिया ने दी मुंह बंद रखने की नसीहत
बता दें कि पिछले सप्ताह से इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के खिलाड़ी ट्रेनिंग के लिए मैदान पर उतर आए हैं। जिसके चलते इंग्लैंड ऐसा पहला देश बना जिसके क्रिकेट खिलाड़ी कोरोना महामारी के बीच ट्रेनिंग करने मैदान में उतरे। जिस पर बोर्ड का कहना था कि वो सभी वेन्यु का इस्तेमाल खिलाड़ियों की व्यक्तिगत ट्रेनिंग के लिए करेंगे। जिसके चलते हम उन्हें पूरी तरह से सुरक्षति माहौल दे सके। इस ट्रेनिंग में सबसे पहले इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों जैसे कि जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।