कोरोना वायरस महामारी के कारण लगभग तीन महीने से बंद पड़े क्रिकेट आयोजन को फिर से बहाल करने की खबर जैसे ही दुनिया के सामने आई तो, सबसे पहले लोगों को यकीन नहीं हुआ। इसके पीछे की वजह है कि दुनिया के लगभग सभी क्रिकेट खेलने वाले देश में लॉकडाउन लगा हुआ था लोग अपने घर से बाहर नहीं निकल रहे थे ऐसे में भला क्रिकेट का आयोजन कैसे किया जा सकता है लेकिन समय बीतने के साथ यह खबर सच साबित हुई और 8 जुलाई को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टीम जब टेस्ट मैच खेलने मैदान पर उतरी तो दोनों टीमों के बीच क्रिकेट के अलावा बाकी सब कुछ बदला हुआ सा था लेकिन इन बातों से किसे फर्क पड़ता है, फैंस के लिए के लए यह लम्हा ऐसा था मानों बंजर जमीन पर मुसलाधार बारिश से हरयाली छा गई है और इस काम में इंग्लैंड के अलावा जिन्होंने सबसे अधिक महत्वपूर्ण योगदान दिया वह है वेस्टइंडीज के खिलाड़ी जिसमें जेसन होल्डर, शेनन गैब्रियल और खास तौर से मैच के हीरो 'जर्मेन ब्लैकवुड'।
जी हां, वेस्टइंडीज के लिए 29वां टेस्ट मैच खेलने वाले ब्लैकवुड सीरीज के पहले टेस्ट मैच में महज 5 रन से अपना शतक पूरा नहीं कर पाए लेकिन आउट होने से पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए जीत की इबारत जरूर लिख दी। जिसके चलते उनकी 95 रनों की पारी की उपयोगिता शतक से भी कमतर दिखाई पड़ती है।
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच पहले टेस्ट मैच से अंतराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हुई। जिसके अंतिम यानि पांचवे दिन विंडीज टीम को 200 रनों के लक्ष्य का पीछा करना था। इस तरह टेस्ट क्रिकेट में अंतिम दिन बल्लेबाजी करना कितना कठिन होता है इस बाद से सभी वाकिफ है। ऐसे में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चेर की कहर बरपाती बाउंसर और स्विंग होती गेंदों के आगे विंडीज के तीन बल्लेबाज महज 27 रन पर पवेलियन चल दिए थे। तभी ब्लैकवुड ने एक छोर से द रोज़ बाउल, साउथम्पटन के मैदान पर खूँटा गाड़ कर बल्लेबाजी की और 154 गेंद पर 95 रन की पारी खेलकर टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने इतिहास रच डाला।
पांचवें दिन 'लकी' रहे ब्लैकवुड
ब्लैकवुड की पारी के बारे में अगर बात करे तो उसमें टेस्ट क्रिकेट के तीन मूल मंत्र पूरी तरह से देखने को मिलते हैं। जो कि है संयम, कौशल और तकनीक। इन तीनो चीजों पर खरा उतरते हुए विंडीज के चेस मास्टर बनकर ब्लैकवुड ने इंग्लैंड के जबड़े से जीत छीन ली। हलांकि इसी बीच अपनी 95 रनों की पारी के दौरान उन्हें तीन जीवदान भी मिले। जिसके चलते तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में अब विंडीज ने ना सिर्फ 1-0 से बढ़ हासिल की बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के अंतर्गत खेली जा रही सीरीज के लिए 40 अंक भी अर्जित किए।
इंग्लैंड के खिलाफ ब्लैकवुड ने हमेशा मचाया है 'धमाल'
ब्लैकवुड के करियर की बात करें तो उन्होंने सबसे ज्यादा 7 टेस्ट इंग्लैंड के खिलाफ खेले हैं और इस दौरान दमदार प्रदर्शन भी किया है। इंग्लैंड के खिलाफ ब्लैकवुज बड़े ही आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी करते हैं। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ खेले 7 मैच की 14 पारियों में 55 के शानदार औसत से 605 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और 3 अर्धशतक निकले हैं।
कुछ इस तरह टेस्ट क्रिकेट में बनाया नाम
जमैका के रहने वाले जर्मेन ब्लैकवुड ने साल 2014 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। तब से अबतक खेले 29 टेस्ट मैच की 51 पारियों में वो 31.25 की औसत से 1469 रन बना चुके हैं जिसमें एक शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने अपने करियर का इकलौता शतक साल 2015 में नॉर्थसाउंड में इंग्लैंड के ही खिलाफ जड़ा था। उस मैच में खेली 112* रन की नाबाद पारी उनका अबतक का सर्वाधिक स्कोर है। इस तरह उन्होंने हमेशा जरूरत पड़ने पर घर ही नहीं बल्कि विदेशी पिचों पर भी बेहतरीन बल्लेबाजी कर साबित किया है कि वो कैरिबियार क्रिकेट के अगले सितारे बनने की राह पर निकल चुके हैं। इस तरह अगर ब्लैकवुड शानदार बल्लेबाजी करते रहे तो वो भी विंडीज के दिग्गज खिलाड़ियों को फेहरिस्त में शुमार होने का माद्दा रखते हैं।