कुसल परेरा (नाबाद 153) के करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी और विश्व फर्नाडो (नाबाद 6) के बीच आखिरी विकेट के लिए हुई 78 रनों की अविजित मैच जिताऊ साझेदारी के दम पर श्रीलंका ने यहां खेले गए पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन शनिवार को दक्षिण अफ्रीका को एक विकेट से हरा दिया। एक समय 226 के स्कोर पर अपने 9 विकेट गंवा चुकी श्रीलंकाई टीम की जीत को कई भी पक्का नहीं मान रहा था। लेकिन कुसल परेरा ने एक चमत्कारिक पारी खेलकर मैच श्रीलंका को जिता दिया। खुद श्रीलंकाई कोच को ये उम्मीद नहीं थी कि वे ये मैच जीतने जा रहे हैं।
श्रीलंका के कोच चंडिका हथुरुसिंघा ने कहा, "मुझे लगता है कि इस युवा टीम को इस तरह की जीत की जरूरत थी। यह बेहद शानदार जीत थी। हमें कभी नहीं लगा कि हम जीत रहे हैं।" दो मैचों की टेस्ट सीरीज में एक बात तो तय हो गई है जो श्रीलंकाई टीम लगातार पिछली तीन सीरीज गंवा चुकी है वो अब दक्षिण अफ्रीका में सीरीज नहीं गंवाएगी। यही नहीं श्रीलंका के पास अब दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतकर पहली एशियाई टीम बनने का भी मौका है।
मैच की बात करें तो दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 235 रन बनाए थे और श्रीलंका को उसकी पहली पारी में 191 रन पर ऑलआउट कर 44 रन की बढ़त हासिल कर ली थी। दक्षिण अफ्रीका ने फिर दूसरी पारी में 259 रन का स्कोर बनाया और श्रीलंका के सामने जीत के लिए 304 रनों का लक्ष्य रखा जिसे मेहमान टीम ने एक विकेट शेष रहते हासिल कर लिया। मेहमान टीम ने 110 के स्कोर पर ही फर्नाडो (37) और निरोशन डिकवेला (0) का विकेट गंवा दिया। इसके बाद परेरा और धनंजय डी सिल्वा (48) ने छठे विकेट के लिए 96 रन की साझेदारी कर टीम को संकट से बाहर निकाला। श्रीलंका ने एक बार फिर 206 के स्कोर पर ही डी सिल्वा और सुरंगा लकमल (0) का विकेट गंवा दिया।
श्रीलंका की टीम एक समय 226 के स्कोर पर नौ विकेट गंवाकर हार के कगार पर खड़ी थी और दक्षिण अफ्रीका को यहां से मैच जीतने के लिए केवल एक विकेट झटकने थे। लेकिन परेरा ने यहां से और कोई विकेट नहीं गिरने दिया और अपनी संघर्षपूर्ण पारी के दम पर श्रीलंका को रोमांचक जीत दिला दी। श्रीलंका ने 85.3 ओवर में एक विकेट शेष रहते 304 रन का स्कोर बनाकर दक्षिण अफ्रीका के मुंह से जीत छीन ली।
(With IANS input)