कोलंबो: भारतीय कप्तान विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जीत के बाद कहा कि उनकी टीम ने जीतने की आदत बना दी है और वह अपने इस अभियान को आगे भी जारी रखना चाहते हैं। भारत ने रविवार को श्रीलंका को दूसरे टेस्ट मैच में पारी और 53 रन से हराकर 3 मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल की। भारत ने इससे पहले 2015 में भी श्रीलंका को उसकी सरजमीं पर 2-1 से हराया था और अब उसके पास पल्लेकल में 12 अगस्त से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में जीत दर्ज करके विदेशी सरजमीं पर व्हाइटवाश करने का मौका होगा।
‘सीरीज जीतकर अच्छा लग रहा है’
कोहली ने कहा, ‘निश्चित तौर पर फिर से सीरीज जीतकर अच्छा लग रहा है। हमने 2015 में भी यहां श्रृंखला जीती थी। हां अब हमारे पास मौका होगा लेकिन ईमानदारी से कहूं तो अब हम टेस्ट क्रिकेट को देश और विदेश के रूप में नहीं लेते हैं। हम टेस्ट मैचों को केवल टेस्ट मैच के रूप में लेते हैं और हम जहां भी खेलें वहां जीत दर्ज करना चाहते हैं। अगर हम अपनी क्षमताओं पर पर्याप्त विश्वास कर सकते हैं तो फिर हम वास्तव में इससे परेशान नहीं होते कि हम कहां खेल रहे हैं। टीम में इस तरह की ऊर्जा भरी हुई है। हम जीतने की आदत पैदा कर रहे हैं और मुझे लगता है कि हम इसे आगे भी लेकर जा सकते हैं।’‘इससे बल्लेबाजों की भूख का पता चलता है’
कोहली ने कहा कि टीम पूरे जुनून के साथ खेलती है तथा खिलाड़ी एक-दूसरे की सफलता पर खुशी मनाते हैं और वे लगातार अच्छा प्रदर्शन के महत्व को समझते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारे लिये यह प्राथमिकता है। टेस्ट क्रिकेट हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है और हर कोई पूरे जुनून के साथ खेलता है। अगर आप पिछले 9 टेस्ट मैच पर गौर करें तो 6 बार हमने 600 से अधिक रन बनाए। इससे बल्लेबाजों की रनों की भूख का पता चलता है। वह मौके का इंतजार करते हैं और निचले क्रम के बल्लेबाज भी योगदान दे रहे हैं। ड्रेसिंग रूम में हम एक-दूसरे के प्रयास का वास्तव में पूरा लुत्फ उठाते हैं। हम वास्तव में एक टीम के रूप में अच्छा महसूस करते हैं और हम अभी लगातार जीत दर्ज कर रहे है लेकिन हम समझते हैं कि इसे बरकरार रखना भी बेहद महत्वपूर्ण है।’
कोहली ने जमकर की गेंदबाजों की तारीफ
भारतीय कप्तान ने कहा कि उनकी टीम ने धैर्य नहीं खोया और तीसरे दिन उचित परिणाम हासिल नहीं करने के बावजूद अनुशासित गेंदबाजी जारी रखी। कोहली ने कहा, ‘आप टेस्ट खेलने वाली टीम से इस तरह की उम्मीद करते हैं। क्योंकि जिस तरह से हमने पहली पारी में विकेट हासिल किए थे उससे जब हमने एक सेशन में विकेट हासिल नहीं किया तो आप परेशान हो सकते हैं। दूसरी नई गेंद जल्दी लेने से मौके बने क्योंकि विकेट धीमा होता जा रहा था।’ रविचंद्रन अश्विन ने पहली पारी में जबकि रविंद्र जडेजा ने दूसरी पारी में 5-5 विकेट लिए। कोहली ने गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा, ‘गेंदबाजों ने आज बेहतरीन भूमिका निभाई। टेस्ट क्रिकेट में ऐसा होता है। एक सेशन आपके अनुकूल नहीं होता है लेकिन आपको टेस्ट मैच जीतने के लिए वापसी करनी होती है।’