धर्मशाला: टेस्ट सिरीज़ के निर्णायक मैच में आज यहां ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को बैकफुट पर ढकेल दिया। मैच के पहले दिन लंच तक डेविड वार्नर(54) और स्टीव स्मिथ (72) की बेहतरीन बल्लेबाज़ी की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने एक विकेट खोकर 131 रन बनाकर पहला सत्र अपने नाम कर लिया है। भारत को एकमात्र सफलता रेनशॉ के रुप में मिली जिन्हें उमेश यादव ने बोल्ड किया। भारत को एक और विकेट मिल सकता था अगर स्लिप पर करुण नायर ने मैच के पहले ओवर की पहली ही बॉल पर वार्नर का कैच न टपकाया होता। भुवनेश्वर की बॉल को वार्नर ने ऑफ साइड की तरफ खेलने की कोशिश की लेकिन बॉल बैट का बाहरी किनारा लेकर स्लिप में चली गई जहां करुण ने आसान सा कैच छोड़ दिया।
इस मैच में विराट कोहली कंधे की चोट की वजह से नहीं खेल रहे हैं। टीम में दो परिवर्तन किए गए हैं। ईशांत की जगह भुनेश्वर को मौका दिया गया है और चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव अपना पहला टेस्ट खेल रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया लेकिन उसे 10 के स्कोर पर तब झटका लग गया जब उमेश ने पूरी सिरीज़ में फॉर्म में नज़़र आ रहे मैट रेनशॉ को बोल्ड कर दिया। उमेश की बॉल ऑफ स्टंप से अंदर की तरफ आई और बैट-पैठ के बीच से होती हुई स्टंप पर लग गई। रेनशॉ सिर्फ एक रन ही बना पाए। शुरुआती झटके के बाद कप्तान स्मिथ ने वार्नर के साथ मिलकर पारी संवारी और भारतीय गेंदबाज़ों को कोी और सफलता नही मिलने दी।
आस्ट्रेलिया को पहली गेंद पर ही बड़ा झटका लग गया होता, अगर भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर करुण नायर, वार्नर का कैच पकड़ लेते। हालांकि, भारत को पहले विकेट के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा। उमेश यादव ने दूसरे ओवर की चौथी गेंद पर मैट रेनशॉ (1) को क्लीन बोल्ड कर भारत को पहली सफलता दिलाई।
भुवनेश्वर ने इसके बाद भी वार्नर को अपनी स्विंग से परेशान किया, लेकिन वह उनका विकेट लेने में सफल नहीं हुए। स्मिथ और वार्नर की जोड़ी ने तेजी से रन बटोरे और भोजनकाल तक मेहमानों को दूसरा झटका नहीं लगने दिया। इस जोड़ी ने 29.2 ओवरों में 4.12 के औसत से रन जोड़े।
स्मिथ ने अपने 72 रनों के लिए 101 गेंदों का सामना किया और दस चौक्के भी लगाए। स्मिथ इस सिरीज़ में अब तक दो शतक लगा चुके हैं. दूसरी तरफ सिरीज़ में अब तक नाकाम रहे वार्नर ने जीवनदान का पूरा फ़ायदा उठाते हुए अर्धशतक जड़ दिया। उन्होंने 54 रन के लिए 79 गेंदे खेली हैं और 8 चौक्के तथा एक छक्का लगाया है।
कोहली की जगह इस मैच में टीम की कप्तानी कर रहे अजिंक्य रहाणे ने इस जोड़ी को आउट करने के लिए अपने पांचों मुख्य गेंदबाजों का उपयोग किया, लेकिन कोई भी गेंदबाज सफल नहीं हुआ।
सिरीज़ 1-1 से बराबर है और अगर ऑस्ट्रेलिया ने ये मैच ड्रॉ भी करवा दिया तो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी पर उसका कब्ज़ा बरक़रार रहेगा।