एडीलेड। ऑस्ट्रेलिया के आक्रामक सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर का मानना है कि भारत के रोहित शर्मा में टेस्ट मैचों में नाबाद 400 रन के वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा के रिकार्ड को तोड़ने की क्षमता है। वार्नर ने पाकिस्तान के खिलाफ यहां चल रहे दूसरे टेस्ट में नाबाद 335 रन की पारी खेलते हुए अपना पहला तिहरा शतक जड़ा। वह जब लारा के रिकार्ड से सिर्फ 65 रन दूर थे तब कप्तान टिम पेन ने तीन विकेट पर 589 रन के स्कोर पर पारी घोषित करने का फैसला किया।
वार्नर इस रिकार्ड को नहीं तोड़ पाए लेकिन उनका मानना है कि 400 रन के आंकड़े को पार करना संभव है और उन्होंने कहा कि रोहित निकट भविष्य में यह उपलब्धि हासिल कर सकते हैं। लारा के नाबाद 400 रन टेस्ट क्रिकेट में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है जो उन्होंने 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था। वार्नर ने ‘फाक्स स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह व्यक्तिगत खिलाड़ी पर निर्भर करता है। हमारे यहां बाउंड्री काफी लंबी है, कभी कभी चीजें काफी मुश्किल हो जाती हैं। जब थकान हावी होती है तो कड़े प्रयास करना और बड़े शाट खेलना मुश्किल हो जाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अंत में मैंने तेजी लाने के लिए दो रन लेने का प्रयास किया क्योंकि मैं सोच ही नहीं पा रहा था कि मैं गेंद को बाउंड्री के पार पहुंचा सकता हूं।’’ वार्नर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अगर मुझे किसी खिलाड़ी का नाम लेना है तो एक दिन रोहित शर्मा ऐसा कर सकता है, निश्चित तौर पर।’’
एकदिवसीय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक माने जाने वाले रोहित शुरुआत में टेस्ट क्रिकेट में अधिक सफलता हासिल नहीं कर पाए लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल में तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिए सलामी बल्लेबाज के रूप में वापसी करने के बाद उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। सलामी बल्लेबाज के रूप में अपने पहले टेस्ट में रोहित ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोनों पारियों में शतक जड़ा और उन्हें बाद में मैन आफ द सीरीज चुना गया।
मौजूदा दिन-रात्रि टेस्ट में सर डान ब्रैडमैन के 334 रन के सर्वश्रेष्ठ निजी स्कोर को पीछे छोड़ने वाले वार्नर ने साथ ही खुलासा किया कि अपने टेस्ट करियर को लेकर वह संशय में थे और भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने उस समय भविष्यवाणी की थी कि वह टी20 क्रिकेटर की तुलना में बेहतर टेस्ट क्रिकेटर बनेंगे।
वार्नर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आईपीएल में दिल्ली के लिए खेलते हुए जब मैं वीरेंद्र सहवाग से मिला तो वह मेरे साथ बैठे और कहा कि मैं टी20 खिलाड़ी की तुलना में बेहतर टेस्ट खिलाड़ी बनूंगा। मैंने उन्हें कहा कि तुम कैसी बातें कर रहे हो, मैंने काफी प्रथम श्रेणी मैच भी नहीं खेले हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह हमेशा कहता था कि टीमें स्लिप और गली में क्षेत्ररक्षक खड़ा करती हैं, कवर में जगह खाली होती है, मिडविकेट होता है। मिड आफ और मिड आन होते हैं, आप तेज शुरुआत कर सकते हो और पूरा दिन खेल सकते हो। यह बात हमेशा मेरे दिमाग में रही, जब हम बातें कर रहे थे तो ये चीजें काफी आसान लग रही थीं।’’