आईसीसी वर्ल्ड कप में भारत का पाकिस्तान के खिलाफ जीत का रिकॉर्ड जारी है। वर्ल्ड कप 2019 में भारत ने पाकिस्तान को 7वीं बार मात देकर जीत का रिकॉर्ड अटूट रखा। इस मैच में भारत ने पाकिस्तान को 89 रनों से करारी शिकस्त दी। इस मैच को खेले हुए अब एक साल का समय हो गया है, लेकिन पाकिस्तान अभी भी हार को नहीं भुला पा रहा है।
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वकार युनिस ने हाल ही में इस मैच का विश्लेषण करते हुए पाकिस्तान के टॉस जीतकर गेंदबाजी करने के फैसले को मूर्खतापूर्ण बताया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान ने भारतीय बल्लेबाजों को कम आंकना गलत फैसला था।
वकार ने ‘ग्लोफैंस’ के आधिकारिक ट्विटर हैडल से कहा कि पाकिस्तान को लगा था कि वह पहले गेंदबाजी कर भारतीय शीर्षक्रम को सस्ते में निपटा देगा जिससे भारतीय टीम दबाव में आ जाएगी, लेकिन भारत के पास शीर्षक्रम में शानदार बल्लेबाज थे।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है पाकिस्तान ने उस मैच में टॉस जीत कर गेंदबाजी का करने का गलत फैसला कर लिया था। पाकिस्तान को उम्मीद थी कि शुरूआत में पिच से तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी और टीम भारत के सलामी बल्लेबाजों को जल्दी पवेलियन भेज कर दबाव बना लेगी।’’
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘ भारत के पास शानदार सलामी बल्लेबाज थे। पिच और परिस्थितियों ने भी तेज गेंदबाजों का साथ नहीं दिया और भारतीय बल्लेबाजों ने गेंदबाजों को हावी होने का मौका नहीं दिया। भारत ने इतना बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया जिसे हासिल करना पाकिस्तान के लिए काफी मुश्किल हो गया।’’
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भारत ने रोहित शर्मा की 113 गेंद में 140 रन की पारी के दम पर 50 ओवर में पांच विकेट पर 336 रन बनाने के बाद पाकिस्तान को बारिश से प्रभावित मैच में 40 ओवर में छह विकेट पर 212 रन ही बनाने दिये।
वकार ने कहा, ‘‘मुझे लगता है टॉस जीतकर पाकिस्तान का गेंदबाजी करना मूर्खतापूर्ण फैसला था। उस पिच पर पहले बल्लेबाजी कर बड़ा स्कोर के साथ दबाव बनाना चाहिये था। उस दिन पाकिस्तान के गेंदबाजों को मदद नहीं मिली और भारत का प्रदर्शन कमाल का था।’’
विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ यह भारत की सातवीं जीत थी जबकि पाकिस्तान अभी तक एक भी मैच जीतने में सफल नहीं रहा है। विश्व कप में भारत पाकिस्तान के मैचों का जिक्र करते हुए वकार ने 2003 विश्व कप में सचिन तेंदुलकर की पारी को सर्वश्रेष्ठ करार दिया। दक्षिण अफ्रीका में खेले गये इस मैच में 274 रन के चुनौतीपूर्ण स्कोर का पीछा करते हुए तेंदुलकर ने ताबड़तोड करिश्माई बल्लेबाजी की लेकिन शतक से दो रन से चूक गये। भारत ने इस मैच को छह विकेट से जीता था।
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मास्टर ब्लास्टर तेंदुलकर के प्रशंसक सुधीर कुमार चौधरी के सवाल पर सचिन कि विशेष पारी के बारे मे बताते हुए वकार ने कहा, "2003 में पाकिस्तान के खिलाफ सचिन तेंदुलकर की पारी को शब्दों में बयां करना मुश्किल है क्योंकि उन्होंने कमाल की बल्लेबाजी की। हमारी टीम में अनुभवी गेंदबाज थी और भारत दबाव में था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ शायद आप सचिन से इस बारे में पूछेंगे तो वे भी यही बात कह सकते हैं, कि यह शायद उनकी सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक थी। जिस तरह से उन्होंने शोएब अख्तर, वसीम अकरम और मेरे ऊपर दबाव बनाया और जिस तरह से आक्रमण किया और तेजी से रन बटोरे, मुझे लगता है कि यह अद्भुत पारी थी।’’