भारतीय पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने हाल ही में उन दो खिलाड़ियों के बारे में बताया है जिन्हें भारत के लिए ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला है। वीवीएस लक्ष्मण ने लॉकडाउन में ट्विटर पर एक ऐसी सीरीज शुरू की है जिसमें वह खिलाड़ियों की तस्वीर साझा कर उनको ट्रिब्यूट देते हैं। यह वो खिलाड़ी होते हैं जिनके साथ लक्ष्मण खेले होते हैं या फिर लक्ष्मण को जिन्होंने प्रभावित किया होता है। इसी कड़ी में आज उन्होंने वसीम जाफर और मुरली कार्तिक की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है इन खिलाड़ियों को भारत के लिए जितना खेलने का मौका मिलना चाहिए था उन्हें उतना मौका नहीं मिला है।
लक्ष्मण ने ट्विट करते हुए लिखा "इन्हें भारत के लिए खेलने का उतना मौका नहीं मिला जितना उन्हें मिलना चाहिए था, लेकिन वसीम जाफर और मुरली कार्तिक ने रणजी ट्रॉफी और काउंटी क्रिकेट के जरिए इस खेल के लिए अपना प्यार बढ़ाया। वे एक ऐसी पीढ़ी के लीडर हैं जिन्होंने अपना क्रिकेट का भाग्य खुद लिखने का फैसला किया।"
उल्लेखनीय है, साल 2000 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले वसीम जाफर ने कुल 31 टेस्ट और दो वनडे मैच खेले हैं। वह भारतीय के टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्लेबाज माने जाते थे। 31 टेस्ट मैचों में उन्होंने दो दोहरे शतक, 5 शतक और 11 अर्धशतक की मदद से 1944 रन जड़े। जाफर ने भारत के लिए आखिरी टेस्ट मैच साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2008 में खेला था। जाफर को रणजी ट्रॉफी का किंग माना जाता है। वह इस घरेलू टूर्नामेंट में 11 हजार रन जड़ने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं।
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वहीं बात मुरली कार्तिक की करें तो 2000 से 2007 के बीच उन्होंने भारत के लिए 8 टेस्ट 37 वनडे और एक टी20 मैच खेला था। इस दौरान उन्होंने कुल 61 विकेट झटके थे। कार्ति को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी मैच विनिंग परफॉर्मेंस के लिए याद किया जाता है। 7 वनडे मैच की उस सीरीज के फाइनल मुकाबले में कार्तिक ने 6 विकेड झटके थे और रनों का पीछा करते हुए वह 21 रन बनाकर नाबाद भी रहे थे। इस मैच को भारत ने दो विकेट से जीता था। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कार्तिक के 644 विकेट हैं। उन्होंने काउंटी क्रिकेट में लंकाशायर, मिडलसेक्स, समरसेट और सरे का प्रतिनिधित्व किया।