नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने कहा है कि विराट कोहली अभी कम से कम 10 साल और क्रिकेट खेल सकते हैं और वे भविष्य में आसानी से सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को पार सकते हैं।
पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का कहना है कि लोग हमेशा यह सोचते थे कि तेंदुलकर की जगह कोई दूसरा तेंदुलकर नहीं ले सकता, लेकिन विराट कोहली ने लोगों के इस माइंडसेट को बदलकर रख दिया है। सहवाग इंडिया टीवी के लोकप्रिय शो 'क्रिकेट की बात' में बतौर क्रिकेट एक्सपर्ट बोल रहे थे।
सहवाग ने इंडिया टीवी से कहा, 'हम कभी यह नहीं सोचते थे कि कोई दूसरा तेंदुलकर होगा। लेकिन विराट कोहली ने इस माइंडसेट को बदल दिया है। मेरा मानना है कि विराट तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं।'
38 साल के सहवाग पहले और एकमात्र भारतीय बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक लगाया है। सहवाग ने कहा कि कोहली अभी 28 साल के हैं उनके अंदर अभी काफी क्रिकेट बचा हुआ है।
भारतीय कप्तान ने हाल में श्रीलंका दौरे पर एकदिवसीय मैचों में अपना 30वां शतक पूरा कर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोन्टिंग की बराबरी की है। कोहली अब नंबर में तेंदुलकर के बाद दूसरे स्थान पर हैं। तेंदुलकर ने अपने लंबे करियर में 49 एकदिवसीय शतक बनाए हैं।
सहवाग ने कहा, ‘विराट अभी मात्र 28 साल के हैं और वह कम से कम 10 साल और क्रिकेट खेल सकते हैं। मेरा मानना है कि वे कुछ बड़े रिकॉर्ड कायम कर तेंदुलकर के रिकॉर्ड को पार सकते हैं।‘
हाल ही में कोहली ने कहा था कि सचिन तेंदुलकर के 49 शतकों के विश्व रिकॉर्ड के आसपास पहुंचने के लिए भी ‘बहुत ज्यादा दम’ लगाना पड़ेगा। कोहली ने श्रीलंका में कहा था, ‘वह महान शख्स (सचिन तेंदुलकर) बहुत ज्यादा आगे है। इसके लिए बहुत दम लगाना पड़ेगा। मैं फिर से कहना चाहता हूं कि मैं इसके बारे में नहीं सोच रहा हूं। मैं सिर्फ टीम के बारे में सोचता हूं और यदि मैं 90 रन पर नॉटआउट भी रहता हूं और टीम जीत जाती है, तो यह मेरे लिए काफी है।’
सहवाग ने कहा, यदि वह अपनी जिंदगी में कुछ बदलना चाहेंगे, तो वह अपना नाम बदलना चाहेंगे। एक समय दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण को भी ध्वस्त कर देने वाले इस बल्लेबाज ने खुलासा किया कि वह अपना नाम ‘गॉड’ सचिन तेंदुलकर रखना चाहेंगे। सहवाग, जो लंबे समय तक तेंदुलकर के ओपनिंग पार्टनर थे, ने कहा कि मास्टर ब्लास्टर के रिकॉर्ड्स के मामले में वह उनके आसपास भी नहीं हैं। भारत के लिए 1989 से लेकर 2013 तक क्रिकेट खेलने वाले तेंदुलकर यकीनन दुनिया के सबसे संपूर्ण बल्लेबाज और खेल के इतिहास में सबसे ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।
44 वर्षीय यह खिलाड़ी, जिसे खेल से संन्यास लेने के बाद भारत के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था, अपने नाम अधिकांश बैटिंग रिकॉर्ड्स रखता है। इनमें टेस्ट और वनडे में सबसे ज्यादा रन और टेस्ट एवं वनडे में सबसे ज्यादा सेंचुरी जैसे कीर्तिमान शामिल हैं। यहां तक कि अपने संन्यास के बाद भी सचिन देश और दुनिया की सबसे सम्मानित शख्सियतों में शुमार हैं और अपने करोड़ों प्रशंसकों द्वारा ‘क्रिकेट का भगवान’ कहे जाते हैं।
सहवाग ने कहा, ‘यदि मैं कर सकूं तो मैं अपना नाम बदलकर सचिन तेंदुलकर रखना चाहूंगा। उनके नाम कई रिकॉर्ड्स हैं, मैं उनके आसपास भी नहीं हूं। उन्हें ‘भगवान’ कहा जाता है और अगर आप इंसानों की नगरी में भगवान बन जाएं तो आपकी हर इच्छा पूरी हो सकती है।’