टेस्ट क्रिकेट के पहले कनकशन खिलाड़ी के तौर पर मैदान पर उतरे मार्नस लाबुशेन ने अपनी लाजवाब बल्लेबाजी से सबको प्रभावित किया है। ऐशेज सीरीज में उन्हें ऑस्ट्रेलिया की रन मशीन स्टीव स्मिथ के चोटिल होने के बाद प्लेइंग इलेवन में जगह मिली थी। इसके बाद उनका बल्ला ऐसा गर्जा कि कोई भी उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर नहीं कर पाया।
इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स के मैदान पर टीम में वापसी करने के बाद लाबुशेन ने 7 अर्धशतक, एक शतक, दो 150+ और एक दौहरा शतक लगाया है। टेस्ट क्रिकेट में अब उनका औसत स्टीव स्मिथ से भी अधिक 63.43 का हो गया है। टेस्ट में कामयाबी हासिल करने के बाद अब इस खिलाड़ी का सपना फैब 4 विराट कोहली, केन विलियमसन, स्टीव स्मिथ और जो रूट की तरह हर फॉर्मेट में अच्छा करने का है।
लाबुशेन इस महीने भारत के दौरे पर अपना वनडे डेब्यू करेंगे। इससे पहले उन्होंने क्रिकइंफो से बातचीत करते हुए कहा "आप स्टीव स्मिथ, विराट कोहली, केन विलियमसन, जो रूट को देखते हैं जिन्हें मैं भी देखता हूं और उनके जैसा बनना चाहता हूं। वह एक प्रारूप में नहीं बल्कि कई प्रारुपों में पिछले 5-6 साल से लगातार अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा "तो मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से सीखने के लिए बहुत कुछ है और बढ़ने के लिए बहुत कुछ है क्योंकि मुझे इस गर्मी में कुछ सफलता मिली है लेकिन मेरे लिए असली चुनौती अधिक निरंतरता से चलना और रन बनाना है।"
लाबुशेन ने आगे कहा "अगर मैं ऐसा करना जारी रख सकता हूं, तो यह स्पष्ट रूप से मेरे लिए चुनौती होगी, और इस एक दिवसीय श्रृंखला में एक अवसर मिलना मेरे लिए मेरे खेल का एक अलग हिस्सा दिखाने का एक अवसर है जिसे हमने नहीं देखा है। लेकिन यह एक बहुत ही रोमांचक चुनौती भी है।"
भारत में खेलने के बारे में लाबुशेन बोले "भारत में खेलने का एक बड़ा हिस्सा यह है कि आप स्पिन कैसे खेलते हैं, इसलिए मेरे लिए मेरी योजना अच्छी और स्पष्ट है कि मैं स्पिन कैसे खेलता हूं और फिर मेरे पास जो प्रक्रियाएं हैं उन पर भरोसा करना। मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने का मतलब है विकेट के बीच तेजी से रन जुटाना और मौका मिलने पर अपने हाथ खोलना।"