जब मैदान खराब हो, पिच इम्तिहान ले रही हो और धुरंधर साथ छोड़ गए हो तो मैदान पर उतरता है अटूट विश्वास। प्रैक्टिस मैच में विराट ने कहने को सिर्फ अर्धशतकीय पारी खेली। लेकिन इस पारी ने कैसे इंग्लैंड के होश फाख्ता कर दिए ये समझिए। एसेक्स के खिलाफ कोहली ने 93 गेंदों पर 68 रन बनाए। जिसमें 12 चौके शामिल हैं। हरी पिच पर स्विंग गेंदों पर विराट 110 मिनट तक बल्लेबाज़ी।
4 साल पहले जब ऐसी कंडिशन में विराट उतरे थे तो उनके लिए क्रीज पर खड़ा होना चैलेंज बन गया था। बाहर जाती गेंदों के साथ वो मैदान के बाहर चले जाते थे। चेम्सफोर्ड में भी ऐसे हालात हैं लेकिन इस बार विराट बदल चुके हैं। विराट स्विंग के समंदर को बड़े आराम से पार कर गए। कोहली जब मैदान पर उतरे तो 44 रन पर भारत के 3 विकेट गिर चुके थे। इसके बाद चौथे विकेट के लिए मुरली विजय के साथ 90 रन की साझेदारी की।
हरी पिच पर स्विंग होती गेंदों के बीच विराट ने द.अफ्रीका में शतक जड़ा था। जोहान्सबर्ग टेस्ट के अखाड़ा विकेट पर कोहली की पारी कोई नहीं भूल सकता और अभ्यास मैच में सही लेकिन विराट ने एंडरसन को बता दिया है कि इस बार टेस्ट अंग्रेजों को देना होगा क्योंकि पहला टेस्ट बर्मिंघम में खेला जाएगा। जहां पर मौसम गर्म है। एंडरसन जैसे गेंदबाज़ों को स्विंग नहीं मिलेगी। ऐसे में विराट के 68 रन इंग्लैंड के लिए खतरे की घंटी से कम नहीं है।