नई दिल्ली: टीम इंडिया श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त बना चुकी है। लिहाजा कोलंबो में होने वाले सीरीज के चौथे वनडे मैच में कप्तान विराट कोहली जरूर अपनी बेंच स्ट्रेंथ को टेस्ट करना चाहेंगे। ऐसे में युवा चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में जगह मिलना लगभग तय नजर आता है। कुलदीप यादव को अबतक इंटरनेशनल क्रिकेट में जिस भी फॉर्मेट में मौका मिला है, कुलदीप ने टीम के लिए हमेशा अपनी उपयोगिता साबित की है। हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ सिरीज के तीसरे टेस्ट में रवींद्र जडेजा पर एक मैच का बैन लगने की वजह से उन्हें टेस्ट टीम में मौका मिला था।
कुलदीप ने भी इस मौके को भुनाते हुए पल्लेकेले टेस्ट में 5 विकेट अपने नाम किए। इससे पहले धर्मशाला के तेज विकेट पर भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कुलदीप ने अपनी गेंदबाजी का लोहा मनवाते हुए 4 विकेट चटकाए थे। वहीं वनडे क्रिकेट की बात करें तो कुलदीप ने अबतक 5 वनडे मैच खेले हैं। जिनमें उन्होंने 4.05 के बेहतरीन इकॉनमी रेट से 8 विकेट चटकाए हैं। इस दौरान कुलदीप का बेस्ट 41 रन देकर 3 विकेट है।
चौथे वनडे मैच से पहले कुलदीप ने कहा कि उनका ध्यान सिर्फ इस बात पर रहता है कि वो अपने खेल में और कैसे सुधार लाएं।' एक स्पिनर जितने ज्यादा मैच खेलेगा उसकी गेंदबाजी में उतना ही सुधार आएगा। पिछले 6 महीने में मैंने काफी कुछ सीखा है कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी कैसे करनी है। मैं सिर्फ रन नहीं बचाना चाहता हूं। अगर मैं ऐसा करुंगा तो शायद ज्यादा रन बनेंगे। इसलिए मैं विकेट लेने की तरफ जाता हूं।'
यहां तक खुद कप्तान विराट कोहली भी कह चुके हैं कुलदीप उन गेंदबाजों में से हैं, जिनको फर्क नहीं पड़ता कि विकेट स्पिनर्स के लिए फायदेमंद है या तेज गेंदबाजों के लिए। वो हर तरह की पिच पर विकेट निकालने का माद्दा रखते हैं। ऐसे में सबकॉन्टिनेंट के विकेट पर खुद को साबित कर टीम इंडिया में अपनी जगह मजबूत करने का ये कुलदीप के पास बेहतरीन मौका है।