क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में अपनी बादशाहत कायम करने वाले विराट कोहली ने नामीबिया के खिलाफ बतौर कप्तान अपना आखिरी T20I मुकाबला खेला। T20I वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले विराट कोहली ने ऐलान कर दिया था कि बतौर कप्तान यह उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा, लेकिन वह बतौर खिलाड़ी इस फॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे। तीनों फॉर्मेट में आईसीसी ट्रॉफी से वंचित रहने वाले विराट कोहली से इस बार फैन्स को खिताब की उम्मीद थी, मगर टूर्नामेंट में खराब शुरूआत के कारण कोहली की अगुवाई में ट्रॉफी जीतना महज एक सपना बनकर ही रह गया। टूर्नामेंट की शुरुआत में चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेट से मात दी। इसके बाद न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया को 8 विकेट से हराया। इन दो करारी शिकस्त के बाद टीम इंडिया की टी20 वर्ल्ड कप जीतने की डगर कठिन हो गई। आखिरी उम्मीद अफगानिस्तान पर टिकी थी, लेकिन रविवार को यह उम्मीद भी टूट गई।
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कप्तान के रूप में विराट कोहली के T20I करियर की बात करें तो 2017 से उन्होंने इस फॉर्मेट में 50 मैच खेले हैं। इसमें टीम इंडिया 30 मुकाबले जीतने में सफल रही है, वहीं 16 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। विराट कोहली का जीत के प्रतिशत 64.58 का रहा है जो पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से अधिक है। धोनी ने इस फॉर्मेट में टीम इंडिया की कप्तानी करते हुए सबसे अधिक 72 मैच खेले हैं और इस दौरान उनका जीत का प्रतिशत 59.28 का रहा है।
इस फॉर्मेट में कप्तानी के तौर पर विराट कोहली का करियर भले ही छोटा रहा हो, लेकिन उनका जीत का प्रतिशत मोर्गन, विलियमसन जैसे दिग्गजों से अधिक है।
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बात इस फॉर्मेट में विराट कोहली के रन की करें तो वह अभी तक बतौर कप्तान T20I में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे स्थान पर है। कोहली ने टीम इंडिया की कप्तानी करते हुए 1570 रन बनाए है। इस सूची में टॉप पर एरॉन फिंच है जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करते हुए 1719 रन जड़े हैं।
आज नामीबिया के खिलाफ आखिरी मुकाबले में कोहली अपने इन रिकॉर्ड्स को और बेहतर करना चाहेंगे।
कोहली ने T20I क्रिकेट में कप्तानी छोड़ी है, लेकिन वह बतौर खिलाड़ी भारतीय फैन्स का मनोरंजन करते रहेंगे।