टी20 क्रिकेट एक ऐसा फॉर्मेट है जहां खिलाड़ी को एक-दो मैचों के परफॉर्मेंस के आधार पर टीम से अंदर बाहर का निर्णय लिया जाता है, लेकिन क्या कभी आपने ऐसा सुना है कि किसी खिलाड़ी को डेब्यू मैच में एक भी गेंद खेलने का मौका नहीं मिला हो और अगले ही मैच में उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया हो? भारतीय क्रिकेटर सूर्युकुमार यादव के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है।
इंग्लैंड के खिलाफ जारी 5 मैच की T20I सीरीज में सूर्यकुमार यादव को दूसरे मुकाबले में डेब्यू करने का मौका मिला। कप्तान विराट कोहली के इस फैसले से फैन्स काफी खुश थे, लेकिन विराट कोहली और ईशान किशन की उम्दा बल्लेबाजी की वजह से स्काई को उस मैच में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला। हर किसी को उम्मीद थी कि सूर्या अगले मैच में परफॉर्म कर अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
सलामी बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन का जिम्मा सूर्याकुमार यादव को उठाना पड़ा। केएल राहुल पहले टी20 में जहां एक रन बनाकर आउट हुए थे, वहीं दूसरे टी20 में वह बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए थे। वहीं उनके जोड़ी दार ईशान किशन ने शानदार 32 गेंदों पर 56 रन जड़े थे। विराट कोहली ने राहुल को बैक करने के लिए सूर्या को ही टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
एक बार को यह समझ आता है कि अनुभवी खिलाड़ियों को बैक करना अच्छा फैसला है, लेकिन उससे आप युवा खिलाड़ियों से इस तरह का बर्ताव नहीं कर सकते। अगर आपने रोहित शर्मा को दो मैचों का आराम दिया है तो आप उन्हें एक और मैच बाहर बैठा सकते थे।
तीसरे टी20 में अब केएल राहुल के साथ रोहित शर्मा सलामी बल्लेबाजी करते हुए दिखाई देंगे, वहीं ईशान किशन तीसरे स्थान पर खेलेंगे। कोहली के इस फैसले से किशन के मनोबल को भी ठेस पहुंच सकती है।
विराट कोहली ने सीरीज से पहले कहा था कि वह कुछ नई चीजें इस सीरीज में इस्तेमाल करना चाहते हैं, लेकिन विराट कोहली का यह फैसला समझ के परे हैं।
सूर्यकुमार को टीम से बाहर करने के पीछे विराट कोहली के पास कोई कारण नहीं है। अगर ऐसे ही कप्तान युवाओं खिलाड़ियों को लेकर फैसला लेते रहे तो इससे उनका मनोबल ही टूटेगा और कुछ नहीं।