भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई 3 वनडे मैच की सीरीज को भारत ने 2-1 से जीतकर इतिहास रच दिया है। भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर कोई द्विपक्षीय सीरीज में मात दी है। मेलबर्न में खेले गए तीसरे और निर्णायक मुकबले में भारत ने मेजबानों को 7 विकेट से हराकर यह सीरीज अपने नाम की।
मैज जीतने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मेलबर्न की पिच के बारे में बात करते हुए कहा "यह विकेट बल्लेबाजी के लिए अनुकूल नहीं था, तभी हमें खेल को पास ले जाना था, लेकिन उन्होंने (धोनी-जाधव) अपने काम को पेशेवर तरीके से खत्म किया। हम थोड़े नर्वस थे, लेकिन दोनों बल्लेबाजों को पता था कि उन्हें क्या करना है।"
इस मैच में केदार जाधव ने ऑल राउंड प्रदर्शन कर हार्दिक पांड्या की कमी को पूरा किया। जाधव को पिछले दो मैचों में नहीं खिलाया गया था, जिस वजह से भारत के पास गेंदबाजी का कोई छठा विकलप नहीं था। जब जादव को मौका मिला तो उन्होंने गेंदबाजी में 6 ओवर डाले और बल्लेबाजी करते हुए 61 रन बनाए। जादव के बारे में कोहली ने कहा " केधार जाधव बैट और बॉल दोनों से कारगर साबित होते हैं।"
वहीं कुलदीप यादव की जगह इस मैच में विराट कोहली ने युजवेंद्र चहल को टीम में शामिल किया था और चहल ने कोहली के इस फैसले को सही साबित करते हुए 10 ओवर में 42 रन देकर 6 विकेट लिए और रिकॉर्ड की झड़ी लगा दी। कोहली ने अपने इस फैसले के बारे में बात करते हुए कहा "हम एक अच्छे संयोजन में उतरना चाहते थे। हमने कुलदीप को आराम दिया। चहल ने आकर काफी उम्दा गेंदबाजी की और 6 विकेट निकाले।"
भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा 21 नवंबर से शुरु हुआ। इस दौरे पर भारत ने ऑस्ट्रेलिया से तीन टी20, चार टेस्ट और तीन वनडे मैच खेले। इसके बारे में बात करते हुए कोहली ने कहा " यह टूर हमारे लिए काफी बढ़िया रहा, हमने टी20 सीरीज ड्रॉ खेली, टेस्ट और वनडे सीरीज जीती। मुझे अपनी इस टीम पर गर्व है। हम वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए अपनी टीम को एक बेलेंस टीम मानते हैं।"
इसी के साथ कोहली ने न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के साथ घर पर होने वाले मैच में अपनी कमियों पर भी काम करने की बात कही।