भारत और इंग्लैंड के बीच चार टेस्ट मैच की सीरीज एक-एक की बराबरी पर चल रही है। हाल ही में भारत ने इंग्लैंड को दूसरे टेस्ट मैच में 317 रन से मात देकर पिछली हार का बदला लिया और सीरीज में बराबरी भी की। इस मैच में भारतीय कप्तान विराट कोहली से एक गलती हो गई जिसकी वजह से उन पर बैन लगने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
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दरअसल, दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन विराट कोहली मैदानी अंपायर नीतिन मेनन के एक फैसले से नराज दिखे और वह मैदान पर ही उनसे बहस करने लग गए थे। आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के मुताबिक आर्टिकल 2.8 के तहर अगर कोई खिलाड़ी अंपायर के फैसले से असहमती और उनके साथ बहस करता है तो उसपर एक मैच का बैन लगा सकता है।
इसी बीच इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी, कोच, अंपायर और कमेंटेटर डेविड लॉयड ने कोहली पर एक दो नहीं बल्कि तीन मैच के बैन लगाने की मांग की है।
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उन्होंने डेलीमेल पर अपने एक कॉलम में लिखा "(कैसे कर सकते हैं) एक राष्ट्रीय टीम के कप्तान को पिच पर एक अधिकारी की आलोचना, घबराहट, डराना और उपहास करने की अनुमति दी जा सकती है? कोहली को निश्चित रूप से अगले सप्ताह अहमदाबाद में खेलना नहीं चाहिए। उन्हें अगले तीन टेस्ट मैच नहीं खेलने चाहिए।"
क्या था पूरा मामला
तीसरे दिन के आखिरी ओवर में अक्षर पटेल की गेंद पर इंग्लैंड के कप्तान चकमा खा गए और गेंद विकेट के पीछे खड़े ऋषभ पंत के दस्ताने में गया। इस दौरान गेंद बल्ले के बहुत करीब से निकलते हुए पैड को छू कर गया।
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फील्डिंग कर रहे भारतीय टीम के खिलाड़ियों को लगा रूट का बल्ला गेंद से लगा है और उन्होंने जोरदार अपील की लेकिन मैदानी अंपायर नितिन मेनन पर इसका कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने कप्तान रूट को नॉटआउट करार दिया। ऐसे में कप्तान कोहली ने अपने ने रीव्यू इस्तेमान किया।
रीव्यू में रिप्ले में दिखाया गया कि अक्षर पटेल की फिरकी पर बेशक रूट चूक गए थे लेकिन उनके बैट का संपर्क गेंद से नहीं हुआ था। वहीं दूसरे रीप्ले में जब एलबीडबल्यू के लिए बॉल ट्रैकिंग को देखा गया तो सीधा विकेट के लाइन और ट्रैक पर दिख रहा था। इस तरह रूट का आउट होना तय था लेकिन चूकी मैदानी अंपायर ने उन्हें नॉट आउट दिया था इसलिए फैसले को नहीं बदला गया।
इस तरह रूट को एक बड़ा जीवनदान मिला लेकिन भारतीय कप्तान इस फैसले से भड़क गए और अंपायर से बहस में पड़ गए।