भारत के पूर्व क्रिकेटर मदन लाल ने भारतीय टीम की संस्कृति में बदलाव के लिए विराट कोहली की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि किसी भी अन्य कप्तान ने मौजूदा कप्तान विराट कोहली की तरह तेज गेंदबाजों को प्रोत्साहित नहीं किया है।
मदन लाल ने सोनी टेन पिट स्टॉप में खेल विश्लेषक जॉय भट्टाचार्य से बात करते हुए कहा कि सुनील गावस्कर तेज गेंदबाजों को समर्थन देने की संस्कृति टीम में लेकर आए लेकिन विराट कोहली जिस तरह से कर रहे हैं वह 'अविश्वसनीय' है। 1983 के विश्व कप फाइनल में सर विवियन रिचर्ड्स का अहम विकेट झटकने वाले मदन लाल ने कहा कि विराट कोहली की टीम अपने पेस बॉलिंग अटैक के कारण आगे आने वाले सालों में और भी ज्यादा मैच जीतने वाली है।
जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और उमेश यादव की चौकड़ी के साथ भारतीय टीम का पेस अटैक शानदार प्रदर्शन कर रहा है है। विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीती जिसमें भारत के तेज गेंदबाजों का अहम योगदान रहा।
मदन लाल ने आगे कहा, "जिस तरह से विराट कोहली ने पेसर्स को प्रोत्साहित किया, किसी अन्य कप्तान ने नहीं किया है। मैं इस बात की शर्त लगा सकता हूं। जब आपके पास अच्छी गति का आक्रमण होता है। 15-20 साल पीछे चलते हैं, भारत कई मैच नहीं जीत पाता था। लेकिन अब आप जीत रहे हैं जोकि पेस अटैक के कारण है।"
उन्होंने कहा, "कोहली जानते हैं कि अगर उनका पेस अटैक अच्छा है, तो उनके पास टीम को जीत दिलाने की अधिक संभावना है। मुझे लगता है कि तेज गेंदबाजों को प्रोत्साहित करने की यह संस्कृति सुनील गावस्कर ने शुरू की थी। जिस तरह से विराट कोहली कर रहे हैं वह अविश्वसनीय है। वह पेसरों के साथ सही रास्ते पर हैं। आपको 4 या 5 गेंदबाज मिले हैं जो हमें निकट भविष्य में बहुत सारे मैच जिताने जा रहे हैं।"
इस बीच, मदन लाल ने कहा कि विराट कोहली की उनके आक्रामक रवैये की आलोचना करने के बजाय उनकी सराहना की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले समय की टीमों की तुलना करना कठिन है लेकिन विराट कोहली की टीम अब तक की सर्वश्रेष्ठ भारतीय टीमों में से एक हैं। लाल ने कहा, "1985 की टीम और कोहली की टीम की तुलना करना बहुत मुश्किल है। मुझे लगता है कि यह टीम अब तक की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक है। सौरव, एमएस धोनी और विराट कोहली। अब विराट कोहली ने खेल की अवधारणा को बदल दिया है। उन्होंने फिटनेस संस्कृति और अपनी क्षमता पर विश्वास किया। कभी-कभी वो आपे से बाहर हो जाता है। लेकिन यह ठीक है क्योंकि यह एक खेल है। वह हर बार जीतना चाहता है।"