भारतीय कप्तान विराट कोहली इस समय इंडियन क्रिकेट टीम की तीनों फॉर्मेट की कप्तानी कर रहे हैं। कप्तानी के भार तले विराट के परफॉर्मेंस में किसी तरह की कमी नहीं आई है। मौजूदा समय में विराट कोहली दुनिया के इकलौते खिलाड़ी है जो तीनों फॉर्मेट में 50 से अधिक की औसत से रन बना रहे हैं। विराट कोहली टेस्ट में 53.63, वनडे में 59.34 और टी20 में 50.80 की औसत से रन बना रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर और कोच टॉम मूडी ने भारत को स्प्लिट कैप्टैंसी अपनाने की राय दी और कहा अगर ऐसा नहीं होता है तो विराट कोहली इंटरनेशनल करियर के दो से तीन साल खो सकते हैं।
टॉम मूडी ने क्रिकबज से कहा "भारत में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में कप्तानी करने का एक अलग दवाब होता है। उन्होंने कहा कि अगर भारत इंटरनेशनल क्रिकेट में विराट कोहली के करियर पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर परेशान है तो हर फॉर्मेट या अलग कप्तानी या स्प्लिट कैप्टैंसी पर विचार कर सकता है।"
उन्होंने साथ ही कहा "अगर विराट कोहली क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में कप्तानी करना जारी रखते हैं तो इस बात का आशंका है कि वो अपने इंटरनेशनल करियर के दो से तीन साल खो सकते हैं।"
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मूडी ने कहा कि स्प्लिट कैप्टैंसी से फर्क पढ़ता है, इसके लिए उन्होंने इंग्लैंड क्रिकेट टीम का उदहारण दिया जहां लिमिटेड ओवर की कप्तानी इयोन मोर्गन कर रहे हैं, वहीं टेस्ट टीम की कप्तानी जो रूट के हाथों में है।
मूडी ने कहा "स्प्लिट कैप्टैंसी से फर्क पड़ता है। इयोन मोर्गन टेस्ट खिलाड़ी नहीं है लेकिन वो पहले खेलते थे। लेकिन अब उन्हें बतौर एक टेस्ट खिलाड़ी के रूप में नहीं जाता है, उन्हें व्हाइट बॉल क्रिकेट का स्पेशलिस्ट माना जाता है। तो यह उनके लिए काफी आसानी से काम करता है।"
बता दें, इंग्लैंड के अलावा भी कई अंतरराष्ट्रीय टीमों ने स्प्लिट कैप्टैंसी अपना रखी है। ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी टीम पेन करते हैं तो वहीं वनडे और टी20 टीम की कमान एरोन फिंच के हाथों में है। पाकिस्तान में भी अभी स्प्लिट कैप्टैंसी ही चल रही है। बाबर आजम मौजूदा समय में लिमिटेड टीम के कप्तान है, वहीं अजहर अली टेस्ट टीम के कप्तान है।