भारत ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था तब डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने से मना कर दिया था, लेकिन अब कप्तान विराट कोहली ने यह साफ कर दिया है कि उनकी टीम अगले ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर गुलाबी गेंद से खेलने को तैयार है। ऑस्ट्रेलिया इस समय भारत के दौरे पर है, जहां दोनों टीमें तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलेंगी। पहला मैच वानखड़े स्टेडियम में मंगलवार को खेला जाएगा।
मैच की पूर्व संध्या पर कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हमने यहां डे-नाइट टेस्ट मैच खेला है। यह जिस तरह से यह हुआ उससे हम खुश हैं और यह किसी भी टेस्ट सीरीज का अच्छा हिस्सा बन गया है और हम डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने के लिए तैयार हैं।"
उन्होंने कहा, "हम पूरी तरह से चुनौती के लिए तैयार हैं, चाहे वो गाबा हो या पर्थ, हमें फर्क नहीं पड़ता। हमारी टीम के पास अब कहीं भी किसी भी प्रारूप में विश्व के किसी भी कोने में किसी भी टीम से भिड़ने की काबिलियत है।"
कोहली की कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रलिया को बीते दौरे पर उसके घर में टेस्ट सीरीज में 2-1 से हराया था। कोहली को हालांकि लगता है कि इस साल जिस ऑस्ट्रेलियाई टीम का सामना उन्हें करना है वो पहले ज्यादा मजबूत है।
टीम में स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर की वापसी हो चुकी है। यह दोनों उस दौरे पर नहीं थे क्योंकि बॉल टेम्परिंग के कारण एक साल का प्रतिबंध झेल रहे थे। अब दोनों वापस आ चुके हैं और इन दोनों के अलावा टीम के पास मार्नस लाबुशैन जैसा प्रतिभाशाली बल्लेबाज भी है।
कोहली ने कहा, "हम पिछली बार जीते थे यह बात हमें अगले दौरे पर आत्मविश्वास देगी और मुझे लगता है कि बल्लेबाजी और गेंदबाजी के लिहाज से इस बार सीरीज काफी मुश्किल होगी। ईमानदारी से कहूं तो, अगर आप वार्नर और स्मिथ को हटा दें तो पिछली बार उनकी टीम के लिए खिलाड़ी इतने अनुभवी नहीं थे। लाबुशैन आए थे लेकिन सिर्फ एक मैच खेले थे। पिछले गर्मी में उन्होंने जिस तरह से क्रिकेट खेली है वो शानदार है।"
कप्तान ने कहा, "इसलिए हां इस बार इस बल्लेबाजी क्रम को तोड़ना चुनौती होगा। ऑस्ट्रेलिया जाते हुए आप कुछ भी आसान होने की उम्मीद नहीं कर सकते। इसलिए हमें एक टीम के तौर पर अपने आप को चुनौती देनी होगी। अभी हम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में शीर्ष-2 में हैं। इसलिए सीरीज शानदार होगी।"