टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली आख़िरकार अनिल कुंबले के इस्तीफ़े पर खुलकर सामने आ ही गए। कोहली ने त्रिनिदाद में वनडे के पहले प्रेस कॉंफ़्रेंस में बोल रहे थे।
आपको बता दें कि कुंबले और कोहली के बीच अनबन की ख़बरे काफी समय से चल रही थी और बुधवार को टीम की वेस्ट इंडीज़ रवानगी के ठीक पहले कुंबले ने इस्तीफा दे दिया था। बोर्ड ने दोनों के बीच सुलह सफ़ाई की बहुत कोशिश की लेकिन बात बनी नहीं।
कुंबले ने अपने इस्तीफ़े में साफ लिखा है कि उनकी (कुंबले-कोहली) की पार्टनरशिप 'झेलू' हो गई थी लेकिन कोहली ने इसको गंभीरता से लेते हुए जवाब दिया कि वह ड्रेसिंग रुम की बातें कभी भी सार्वजनिक नहीं करेंगे। ज़ाहिर है कोहली को कुंबले की बात बेहद नागवार गुज़री है।
कोहली यहीं नहीं रुके और उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि खिलाड़ी कुंबले के इस्तीफ़े देने के फ़ैसले का ''सम्मान'' करते हैं और एक "खिलाड़ी'' के रुप में वह (कोहली) उनका बहुत आदर करते हैं। यहां ग़ौर करने वाली बात ये है कि कोहली ने कुंबले का बतौर खिलाड़ी तो ज़िक्र किया लेकिन बतौर कोच कुछ बात नहीं की यानी उन्होंने साफ ज़ाहिर कर दिया कि कुंबले खिलाड़ी तो अच्छे थे लेकिन कोच नहीं।
कोहली ने कहा, “ज़ाहिर है अनिल भाई ने अपनी राय व्यक्त की है और इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला किया है जिसका हम सम्मान करेंगे। ये सारा मामला चैंपियंस ट्रॉफ़ी ख़त्म होते ही शुरु हो गया था लेकिन जो कुछ भी ड्रेसिंग रुम में होता है वह राज़ रहता है और ड्रेसिंग रुम की पवित्रता बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है।”
टीम इंडिया के कप्तान ने कहा, “मैंने चैंपियंस ट्रॉफ़ी के दौरान 11 प्रेस सम्मेलन किए। पिछले 3-4 सालों में हमने ये संस्कृति बनाई है कि जो कुछ भी ड्रेसिंग रुम में हो वो वही रहे और हमने ड्रेसिंग रुम की पवित्रता बनाए रखने की कोशिश की है। इसमें पूरी टीम विश्वास रखती है। ये हमारे लिए सबसे ज़रुरी है।”
आपको बता दें कि कोहली और कुछ अन्य वरिष्ठ खिलाड़ियों को कुंबले का रवैया रास नहीं आ रहा था। उनका मानना था कि कुंबले कोच नहीं बल्कि ऐसा बर्ताव करते हैं मानों वह अभी भी बतौर खिलाड़ी टीम का हिस्सा हैं।