मैदान पर अब विराट का गुस्सा नजर नहीं आएगा। मैदान पर जीत के लिए जी जान लगाने वाले कोहली भी नजर नहीं आएंगे क्योंकि टीम इंडिया को फिट बनाने वाले कप्तान का शरीर टूटने लगा है। अब जो बयान आप सुने वाले हैं वो आपको झटका दे सकता है इसलिए अपने आप पर संयम रखिएगा क्योंकि एक चोट ने विराट का तोड़ कर रख दिया है।
विराट ने कहा 'शारीरिक रूप से मुझे कुछ हल्की फुल्की चोट हैं, मैं इनसे उबर रहा हूं। वर्कलोड ने थोड़ा असर दिखाना शुरू कर दिया है। अब मुझे ज्यादा सतर्क होना होगा कि मैं अपने शरीर, दिमाग और क्रिकेट के साथ कैसे आगे बढ़ू।
भारत का दक्षिण अफ्रीका दौरा कोई भी हिंदुस्तानी नहीं भूल सकता है क्योंकि इस दौरे में ऐतिहासित जीत मिली लेकिन इस जीत के लिए विराट को कीमत भी चुकानी पड़ी थी। आखिरी टी-20 में विराट के हिप में चोट आई थी। लेकिन आज भी विराट इस दर्द से उबर नहीं पा रहे हैं। मुंबई में एक इवेंट में आए विराट अपनी कमर पर हाथ रखकर चल रहे हैं। जो साफ बता रहा है वो चोट आज भी विराट को दर्द दे रही है।
इस चोट ने विराट की सोच को पूरी तरह बदल दिया है। फिटनेस की आग में अपने शरीर को झोंकने वाले अब अपने शरीर का सम्मान करने लगे हैं। विराट ने कहा 'आराम के बाद आईपीएल में मैं और ज्यादा फ्रेश रहूंगा, मैदान में ज्यादा सतर्क रहूंगा। मैं लगातार लंबे वक्त से खेल रहा हूं। मैंने शायद ही किसी मैच को मिस किया हो, पर आपको अपने शरीर का सम्मान करना होता है और मेरे लिए यह दौर बहुत ही महत्वपूर्ण है।'
मैदान पर आंखों और बल्ले से जवाब देने वाले विराट घर में एकदम शांत हो गए हैं। जैसे दक्षिण अफ्रीका में लगी चोट ने उनको अंदर तक तोड़ डाला है। उन्होंने कहा मैं घंटों तक बैठा रहता हूं और घंटो तक ऐसे ही रह सकता हूं। मैं मैदान में जो ऊर्जा दिखाता हूं, घर पर इसके विपरीत हो जाता हूं क्योंकि जब मैं घर पर होता हूं तो मैं बिलकुल भी हिलता नहीं, बैठा रहता हूं।'
अब आपको बताते हैं... आखिर क्यों विराट का शरीर उनको वॉर्निंग दे रहा है। विराट तीनों फॉर्मेट में लगभग हर मैच खेलते हैं। बल्लेबाज़ी के अलावा कप्तानी का दबाव। जिम में घंटों वेट लिफ्टिंग करना। मैदान पर झुककर बैटिंग करना।
हालांकि विराट स्पोर्ट्स वैज्ञानिक की देख रेख में ट्रेनिंग करते हैं लेकिन क्रिकेट और जिम के ओवरलोड से उनका शरीर टूटने लगा है। जाहिर है ऐसे में अब विराट को अपने रुटिन में चेंज करना होगा। मैदान पर टिके रहने के लिए वर्कलोड को हर हाल में कम करना होगा।