डरबन...सेंचुरियन...केपटाउन...जगह बदली...मिजाज बदला...लेकिन दक्षिण अफ्रीकी टीम को नहीं मिला सूकून। विराट के विनाशक की कलाई की मार से अफ्रीकी हैं परेशान। चहल और कुलदीप की घूमती गेंद उनके लिए उस चक्र की तरह है जो शिकार का सफाया करके ही दम लेती है।
केपटाउन वनडे में 10 में से 8 विकेट कुलदीप और चहल ने लिए। ऐसा करिशमा पहली बार हुआ है जब दो स्पिनर्स ने 4-4 विकेट झटके। पिछले 3 वनडे में दक्षिण अफ्रीका के कुल 28 विकेट गिरे। जिसमें से कुलदीप यादव ने 10 विकेट लिए तो युजवेंद्र चहल ने 11 विकेट झटके।
दोनों ही गेंदबाजों ने कुल 9.05 की औसत से 21 विकेट झटके। यानि हर पंद्रह गेंद पर एक विकेट। आज टीम के सेनापति विराट का यही मानना है कि दोनों टीमों के बीच का फर्क ये गेंदबाज ही है।
कोहली ने कहा है कि कलाई के स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में प्रदर्शन अविश्वसनीय है। चहल और यादव ने पहले तीन वनडे में 21 विकेट लिये। कोहली ने कहा,‘‘हमें पता था कि वे विकेट लेंगे क्योंकि ये भारत में सपाट विकेटों पर भी विकेट लेते रहे हैं। कुछ लोग सोचते होंगे कि वे टी20 क्रिकेट में गेंदबाजी करते हैं जिसमें हालात इतने कठिन होते हैं और उसमें भी उन्होंने नियमित विकेट लिये हैं।’