जयपुर| राजस्थान को रणजी ट्रॉफी खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले क्रिकेटर विनीत सक्सेना ने संन्यास ले लिया है। इस 39 वर्षीय बल्लेबाज ने 1998-99 में बंगाल के खिलाफ पदार्पण किया था। उन्होंने अपना आखिरी मैच 2018-19 में उत्तराखंड की तरफ से विदर्भ के खिलाफ खेला था।
वह राजस्थान के एकमात्र क्रिकेटर हैं जिन्होंने दो दशक से अधिक समय तक चले अपने करियर में 100 से अधिक रणजी मैच खेले। सक्सेना ने राजस्थान, रेलवे और उत्तराखंड की तरफ से कुल मिलाकर 129 प्रथम श्रेणी मैच खेले जिसमें 36.89 की औसत से 7637 रन बनाये।
इसमें एक दोहरा शतक, 17 शतक और 38 अर्धशतक शामिल हैं। उनका उच्चतम स्कोर 257 रन है जो उन्होंने 2011-12 के सत्र में तमिलनाडु के खिलाफ रणजी फाइनल में बनाया था। उनकी इस पारी से राजस्थान ने लगातार दूसरे साल रणजी खिताब जीता था। उन्होंने रणजी फाइनल में पांचों दिन बल्लेबाजी करने का अनोखा रिकार्ड भी बनाया था।
वह 904 मिनट क्रीज पर रहे और उनकी पारी फाइनल में तीसरी सबसे लंबी पारी है। घरेलू स्तर पर खेलने के अलावा उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ अंडर-19 स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व भी किया था। सक्सेना ने कहा, ‘‘मैं घरेलू क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में शामिल हूं लेकिन मुझे शीर्ष स्तर पर बहुत कम मौके मिले लेकिन अपने लंबे करियर में मैंने जो कुछ हासिल किया उससे मैं खुश हूं।’’