14 साल पहले ऐशेज़ सिरीज़ में ऑस्ट्रेलिया के स्पिनर शैन वार्न ने जिस बॉल पर इंग्लैंड के माइक गैटिंग को आउट किया था उसे बॉल ऑफ़ द सेंचुरी कहा जाता रहा है. वार्न की वो गेंद लेग स्टंप के बाहर गिरकर गैटिंग का ऑफ़ स्टंप ले उड़ी थी. गैटिंग ही नहीं पूरी दुनिया वॉर्न की गेंद के टर्न को देखकर हैरान रह गई. वॉर्न की ये गेंद लगभग 90 डिग्री के कोण तक घूमी थी.
1993 के बाद अब जारी ऐशेज़ के तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के ही फ़ास्ट बॉलर मिचेल स्टार्क ने ऐसी बॉल डाल दी जिसे बॉल ऑफ़ द सेंचुरी कहा जा रहा है. वाका मैदान पर एशेज सीरीज तीसरे टेस्ट के चौथे दिन इंग्लैंड टीम मैच बचाने के लिए संघर्ष कर रही है. ऑस्ट्रेलिया की टीम मैच पर हावी हो चुकी थी. चाय तक इंग्लैंड 188 रन पीछे थी और उसके तीन खास खिलाड़ी पवेलियन वापस जा चुके थे. लेकिन इसके बाद तीसरे सत्र में जेम्स विंसे ने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया था और उनका साथ दे रहे थे पहली पारी के शतकवीर डेविड मलान. तभी जब विंसे 55 के निजी स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे तब मिचेल स्टार्क की गेंद ने सनसनी मचा दी. स्टार्क ने बेहतरीन गेंद कर विंसे को बोल्ड कर दिया. साफ लग रहा था कि विंसे को समझ में ही नहीं आया कि गेंद कहां से कहां को चली गई और उनका ऑफ स्टंप उखड़ गया.
रीप्ले में स्पष्ट दिखा कि टप्पा खाने से पहले गेंद लेग स्टंप या उससे बाहर जा रही थी लेकिन टप्पा खाने के बाद गेंद ने कांटा बदला और सीधे विंसे का ऑफ स्टंप उखाड़ दिया. आउट होने के बाद विंसे काफी हतप्रभ नजर आए.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने इस गेंद को “बॉल ऑफ द एशेज” कहा. है. अपने ट्वीट में उन्होंने इस गेंद का वीडियो शेयर करते हुए इंग्लिश में लिखा है “The ball of the #Ashes”. इस विकेट का काफी विश्लेषण भी हुआ.
टीवी पर दिखाया गया कि गेंद टप्पा खोने से पहले कहां जाती दिखाई दे रही थी और टप्पा खोने के बाद कहां गई. इस विश्लेषण में यह भी दिखाया गया कि गेंद अगर उल्टा कांटा बदलती तो कहां जाती. रीप्ले में यह भी स्पष्ट हुआ गेंद की इतनी ज्यादा दिशा बदलने की वजह गेंद का पिच की क्रैक पर पड़ना था.