ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर उस्मान ख्वाजा के भाई को अपने सहकर्मी को एक फेक टेरर प्लॉट में फंसाने का आरोप साबित होने के बाद ढाई साल की जेल की सजा सुनाई गई है। सिडनी मार्निग हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक यह मामला 2018 का है। उस्मान के भाई अर्सलान ख्वाजा ने अपने सहकर्मी मोहम्मद कामेर निजामेद्दीन की एक किताब में कई हमलों के बारे में लिखा था। इसके बाद अर्सलान ने उसे न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी के अपने प्रोजेक्ट मैनेजर को दे दिया था।
इस मामले में जब पुलिस शामिल हुई तो 40 साल के अर्सलान ने पुलिस को गुमराह करने वाले बयान दिए और कहा कि वह किताब उसे कहीं मिली थी।
अर्सलान को कामेर से जलन थी और इसी कारण वह उसे किसी गम्भीर मामले में फंसाना चाहता था। इस जलन के पीछे एक लड़की थी, जो दोनों की दोस्त थी लेकिन वह कामेर से अधिक क्लोज थी।
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न्यू साउथ वेल्स डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज रोबर्ट वेबर ने गुरुवार को अपने फैसले में कहा कि अर्सलान ने नोटबुक में आतंकी हमले से जुड़ी बातें लिखीं क्योंकि वह मानता था कि कामेर उस लड़की के साथ प्यार करता है और दोनों जल्द ही शादी करने वाले हैं।
जज ने अर्सलान के खिलाफ चार साल 6 महीने की जेल की सजा सुनाई लेकिन चूंकी अर्सलान 2018 में पहली बार हिरासत में गया था तो ऐसे में वह अगले साल जून में पेरोल पर रिहा होने का हकदार हो गया है।