केपटाउन। गत चैम्पियन भारत शुक्रवार से यहां शुरू होने वाले आईसीसी अंडर-19 विश्व कप में पांचवीं बार खिताब के इरादे से मैदान पर उतरेगा। टीम में कप्तान प्रियम गर्ग सहित छह खिलाड़ी सीनियर क्रिकेट (प्रथम श्रेणी, लिस्ट ए या टी20) में खेल चुके हैं। साथ ही चार खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल, प्रियम गर्ग, रवि बिश्नोई और कार्तिक त्यागी तो आईपीएल का अनुबंध भी हासिल कर चुके हैं। विराट कोहली की अगुआई वाली टीम ने 2008 चरण से दबदबा बनाना शुरू किया था और तब से जूनियर क्रिकेट सर्किट पर यह बरकरार है।
टूर्नामेंट में भाग ले रही अन्य टीमों पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड में भविष्य के सितारे होंगे। लेकिन जापान और नाइजीरिया की मौजूदगी से निश्चित रूप से एक दिलचस्पी बनेगी। टूर्नामेंट मेजबान दक्षिण अफ्रीका और अफगानिस्तान के बीच शुक्रवार को किम्बरले के बीच होने वाले मुकाबले से शुरू होगा।
इसके बाद अगले दिन ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज मुकाबला खेला जायेगा। ऑस्ट्रेलिया में भी भारत की तरह कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो पहले ही सीनियर स्तर के क्रिकेट में खेल चुके हैं जिसमें पूर्व खिलाड़ी इयान हार्वे का भतीजा मैंकेजी हार्वे भी शामिल हैं जो दो लिस्ट ए और 13 टी20 मैच खेल चुके हैं।
इसी तरह इंग्लैंड के पास बेन चार्ल्सवर्थ हैं जिन्हें 11 प्रथम श्रेणी मैच खेलने का अनुभव है। उनके कुछ और साथी भी अपने देशों के लिये खेल चुके हैं। जापान को भारत, न्यूजीलैंड और श्रीलंका के साथ ग्रुप डी में रखा गया है।
इसमें ज्यादातर दक्षिण एशियाई खिलाड़ी मौजूद हैं जैसे तुषार चतुर्वेदी, युगंधार रेतारेकर, ईशान फर्तयाल, देबाशीष साहू। ये सभी काजुमाशा ताकाहाशी, मासाटो मोरिटा और शु नोगुची की मदद करेंगे।
नाईजीरियाई टीम ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड वाले मुश्किल ग्रुप में मौजूद हैं। इसमें स्थानीय खिलाड़ी सिलवेस्टर ओकपे, ओचे बोनीफेस, इफिनयिचुक्वु उबोह और ओलेयिंका ओलालये शामिल हैं।