खेलों के मैदान में कई तरह की प्रतिद्वंदिता काफी मशहूर रही है। जिसे फैंस काफी पसंद भी करते हैं। जैसे की फुटबॉल में बात करें तो लियोनेल मेसी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बीच ठीक उसी तरह फ़ॉर्मूला वन रेसिंग में बात करें तो 1970 के दशक में निकी लाउडा और जेम्स हंट के बीच देखने को मिलती थी। जबकि टेनिस में बात करें तो राफेल नडाल और रोजेर फेडरर के बीच भी शानदार मैच देखने को मिलता है। जबकि बास्केटबॉल की बात करें तो केविन दुर्रंत और लेबोर्न जेम्स के बीच भी प्रतिद्वंदिता को देखने के लिए फैंस का जमावड़ा सिर्फ स्टेडियम ही नहीं बल्कि उसके बाहर भी देखने को मिलता है।
कुछ इसी तरह अगर क्रिकेट की बात करें तो भारत और पाकिस्तान के बीच मैच को प्रतिद्वंदिता के हिसाब से सबसे बड़ा मैच माना जाता आया है। इस मैच में ना सिर्फ फैंस बल्कि खिलाड़ी भी मैदान में काफी दबाव महसूस करते हैं। जिसके चलते इन दोनों पडोसी देशों के बीच मैच काफी हाई टेंशन वाला माना जाता है। जिसके चलते क्रिकेट के मैदान में खिलाड़ी के साथ अंपायर भी काफी अलर्ट रहते हैं कि उनसे कोई गलती न हो जाए वरना उन्हें काफी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ता है।
इसी तरह भारत और पकिस्तान के बीच मैच को याद करते हुए आईसीसी के एलीट अंपायर रहे इयान गूल्ड ने अपने अनुब्भव को साझा किया है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत में उन्होंने कहा, "ये काफी दबाव वाला माहौल होता है। मैंने करीब 7 से 8 भारत और पाकिस्तान के बीच मैचों में अंपायरिंग की है। जिसमें खिलाड़ी वाकई काफी शानदार होते हैं। वे सभी एक दूसरे को चैलेंज देते हैं। अगर आप फैंस को खुद पर हावी होने देते हैं तो उनका शोर और लहरें या जो भी कुछ होता है वो सब आपको खेल से भटका सकता है।"
इयान ने आगे कहा, "इस तरह आगे आप छोटी - छोटी चीज़ों को भी मिस करते हैं। लेकिन आपको याद हो कि पिछले कुछ साल या दो साल पहले बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच मैच में सिर्फ एक तेज गेंदबाज खेल रहा था। इस तरह ये आपका कार्य काफी मुश्किल कर देता है।"
ये भी पढ़े : शाहिद अफरीदी और गौतम गंभीर के बीच छिड़ी जुबानी जंग पर वकार युनुस ने दिया बड़ा बयान
बता दें की भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक दबाव के चलते पिछले कई सालों से कोई भी सीरीज नहीं खेली गई हैं। ये दोनों टीमें आईसीसी के टूर्नामेंट जैसे कि विश्वकप या फिर एशिया कप में ही आमने - सामने दिखाई देती है। उस समय क्रिकेट अपने सर्वोच्च रोमांच पर होता है।