अंडर-19 विश्व कप के फाइनल मुकाबले में भारत को बांग्लादेश के हाथों के 3 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही भारत पांचवी बार अंडर 19 विश्व कप का खिताब जीतने से चूक गई। भारतीय टीम आईसीसी के इस टूर्नामेंट में सातवीं बार फाइनल में पहुंची थी।
इस निराशाजनक हार के बाद भारतीय टीम के कप्तान प्रियम गर्ग ने कहा, ''आज का दिन हमारे पक्ष में नहीं था, टीम के खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रयास किया लेकिन परिणाम हमारे अनुरूप नहीं रहा। हालांकि हमारे गेंदबाजों ने अंत तक प्रयास किया और टीम को मैच में बनाए रखा।''
उन्होंने कहा, ''टॉस इतना मायने नहीं था, बांग्लादेश के गेंदबाजोंने शानदार शुरुआत की थी, हमारे बल्लेबाजों ने भी अच्छा खेल दिखाया लेकिन हम अपने निर्धारित स्कोर से पीछे रह गए। 215-220 रन का स्कोर चुनौतीपूर्ण हो सकता था लेकिन 178 रनों का लक्ष्य बिल्कुल अच्छा नहीं था।''
भारत की ओर से यश्वसी जायसवाल के अलावा और कोई भी बल्लेबाज अपना कमाल नहीं दिखा पाए। यश्वसी ने भारतीय टीम के लिए 88 रनों की पारी खेली। इसके अलावा तिलक वर्मा ने 38 रन बनाए जबकि ध्रुव जुरेल ने 22 रनों का योगदान दिया।
फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश की टीम ने गेंदबाजी का फैसला किया था। पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 47.2 ओवर में 177 रन बनाकर आउट हो गई। इस स्कोर के जवाब में बांग्लादेशी टीम ने शानदार शुरुआत की लेकिन भारतीय गेंदबाज रवि बिश्नोई ने चार विकेट लेकर टीम को मैच में वापस ला दिया था लेकिन बांग्लादेशी कप्तान अकबर अली की संघर्षपूर्ण पारी और DLS मैथड से संशोधित लक्ष्य के बाद टीम पहली बार आईसीसी के इस खिताब को जीतने में कामयाब रही।
फाइनल में मिली इस हार के बाद कप्तान प्रियम गर्ग ने कहा, ''साउथ अफ्रीका में खेलने का अनुभव बेहतरीन रहा, पूरे टूर्नामेंट में हमारे गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन फाइनल में बांग्लादेश के बल्लेबाजों ने शानदार खेल दिखाया।''