साउथ अफ्रीका के पोचेफस्ट्रम स्थित सेनवेस पार्क मैदान पर खेले गए अंडर 19 विश्वकप के फ़ाइनल मुकाबले को जीतकर बांग्लादेश पहली बार वर्ल्ड चैम्पियन बना। टॉस हारने के कारण पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने बांग्लादेश के सामने 178 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा। जिसे बांग्लादेश ने संघर्ष करते हुए अंत में हासिल कर लिया और टीम इंडिया के लगातार तीसरी बार ख़िताब जीतने का सपना धरा रह गया। हलांकि इसके विपरीत पूरे टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा बना रहा। क्योंकि विश्वकप में सबसे ज्यादा रन और विकेट भारतीय खिलाड़ियों ने ही हासिल किए हैं। इतना ही नहीं इस फ़ाइनल मैच के दौरान कई दिलचस्प रिकॉर्ड भी बने। चलिए डालते हैं उन पर एक नजर:-
1.) अंडर 19 विश्वकप के पिछले 11 मैचों में टीम इंडिया जीतती आ रही थी जिसके बाद उसे पहली हार का सामना करना पड़ा। इस तरह उसके विजयी अभियान पर बांग्लादेश ने रोक लगाया।
2.) बांग्लादेश ने पहली बार अंडर 19 विश्वकप का फ़ाइनल मुकाबला खेला और क्रिकेट इतिहास का उसने पहला विश्वकप खिताब हासिल कर इतिहास रच दिया।
3.) भारत की तरफ से पूरे टूर्नामेंट के 6 मैचों में सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के बल्ले से 400 रन निकले। जिसमें चार अर्धशतक और एक शतक शामिल है। इस तरह 5 बार अंडर 19 विश्वकप में 50 से अधिक रन बनाने वाले वो पहले बल्लेबाज बने। हलांकि उनके साथ साल 1988 में पांच अर्धशतक जड़ने वाले ब्रेट विलियम्स और साल 2016 में इसी कारनामे को दोहराने वाले सरफराज खान भी शामिल है।
4.) यशस्वी जायसवाल ने पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 400 रन बनाये जिसके चलते उन्हें 'मैन ऑफ द सीरीज' के ख़िताब से नवाजा गया। इस तरह वो अंडर 19 विश्वकप में 'मैन ऑफ द सीरीज'का खिताब जीतने वाले युवराज सिंह, शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा और शुबमन गिल जैसे खिलाड़ियों के साथ शामिल हो गए हैं।
5.) टीम इंडिया के स्टार स्पिन गेंदबाज रवि बिश्नोई ने अंडर 19 विश्वकप में सबसे ज्यादा 17 विकेट लिए। इस तरह वो एकलौते ऐसे भारतीय गेंदबाज बने जिसने सबसे ज्यादा विकेट जूनियर विश्वकप में अभी तक हासिल किये हो। इससे पहले सबसे ज्यादा 14 विकेट लेने का रिकॉर्ड भारतीय गेंदबाजों के नाम था।
6.) बांग्लादेश के कप्तान अकबर अली को फ़ाइनल मैच में 43 रन की नाबाद पारी खेलने के कारण 'मैन ऑफ़ द मैच' चुना गया। इस तरह वो अंडर 19 विश्वकप के इतिहास में दूसरे ऐसे कप्तान बने जिन्हें विश्वकप के फ़ाइनल मैच में 'मैन ऑफ़ द मैच' से नवाजा गया। इसमें सबसे पहले ये कारनामा भारत के उन्मुक्त चंद के नाम था। जिन्हें साल 2012 के फ़ाइनल जीत के बाद 'मैन ऑफ द मैच अवार्ड से नवाजा गया था।
7.) भारत ने पहले खेलते हुए 177 रन बनाये जिसके बाद फ़ाइनल मैच में भारतीय गेंदबाजों ने एक्स्ट्रा रन के तौर पर कुल 33 रन दे डाले। जो कि अंडर 19 विश्वकप के फ़ाइनल मैच में सबसे ज्यादा रन देने वाला गेंदबाजी आक्रमण भी बन गया है। इससे पहले इंग्लैंड के गेंदबाजों ने साल 1998 में फ़ाइनल मैच में इतने ही 33 रन दिए थे।