एलिस्टर कुक ने लगभग 12 साल क्रिकेट खेलने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है और भारत के खिलाफ सीरीज का पांचवां टेस्ट मैच उनके करियर का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच होगा। कुक ने जैसे ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया वैसे ही ट्विटर पर लोग उनके सजदे में झुक गए। हर कोई उनकी तारीफों के कसीदे पढ़ने लगा। हालांकि कई लोग उनके संन्यास की खबर से मायूस भी नजर आया। इंग्लैंड के सबसे बेहतरीन कप्तानों में शुमार माइकल वॉन ने कहा, 'किसी भी खिलाड़ी ने इंग्लैंड कि क्रिकेट इतना नहीं दिया, किसी भी खिलाड़ी के पास इतनी प्रतिभा नहीं है। किसी भी खिलाड़ी ने कुक से ज्यादा मानसिक मजबूती नहीं दिखाई। कुक हमारे सबसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं। अच्छी यादों के लिए आपका शुक्रिया कुक।'
कुक को दुनिया के कोने-कोने से बधाइयां और तारीफें मिल रही हैं। कुक ने इंग्लैंड के लिए 160 टेस्ट मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 44.88 की औसत से 12,254 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 32 शतक और 56 अर्धशतक निकले हैं। कुक के नाम इंग्लैंड की तरफ से सबसे ज्यादा रन, सबसे ज्यादा मैच सबसे ज्यादा शतक और सबसे ज्यादा 150 से ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। माना जा रहा था कि कुक सचिन तेंदुलकर के टेस्ट मैचों में कई रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं लेकिन पिछले लंबे समय से कुक के बल्ले से रन नहीं निकल रहे थे। कुक ने अपने संन्यास का ऐलान करते हुए कहा, ' पिछले कुछ महीनों से काफी सोचने-समझने के बाद मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का फैसला किया है। भारत के खिलाफ सीरीज का पांचवां टेस्ट मैच मेरा आखिरी होगा।'
कुक ने आगे कहा, 'मेरे लिए ये बेहद भावुक दिन है। लेकिन मैं इसे अपने चेहरे पर मुस्कान के साथ ऐलान कर रहा हूं कि क्योंकि मैं जानता हूं कि मैंने अपना सब कुछ दे दिया है और अब देने को कुछ नहीं बचा। मैंने इतना कुछ हासिल कर लिया जिसके बारे में मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। इंग्लैंड के कई दिग्गजों के साथ खेलना मेरे लिए गर्व की बात है। जब मेरे जहन में ये आता है कि अब मैं अपने खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर नहीं कर पाऊंगा तो मुझे अपने फैसले पर अफसोस होता है। लेकिन मुझे पता है कि ये समय सही है।'