न्यूजीलैंड के इतिहास में इस वर्ल्ड कप से पहले किसी भी खिलाड़ी ने वर्ल्ड कप में हैट्रिक नहीं ली थी, लेकिन इस बार सभी रिकॉर्ड्स को तोड़ते हुए न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैट्रिक ली और अब उन्होंने उस गेंद को दान कर दिया है। दरअसल, गेंदबाज जिस गेंद से हैट्रिक लेता है वह उसे अपने साथ ले जाता है, लेकिन बोल्ट ने उस गेंद को लॉर्ड्स स्थित एमसीसी म्यूजियम को दान कर दिया है।
ट्रेंट बोल्ट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैट्रिक ली थी। पहली पारी के आखिरी ओवर में उन्होंने उस्मान ख्वाजा (88) को आउट किया और फिर अगली दो गेंदों पर क्रमश: मिशेल स्टार्क और जेसन बेहरनडॉर्फ को आउट कर अपनी हैट्रिक पूरी की। यह बाउल्ट के वनडे करियर की दूसरी हैट्रिक भी है। वह पाकिस्तान के खिलाफ सात नवंबर 2018 को वनडे में अपनी पहली हैट्रिक लगा चुके हैं।
बोल्ट के गेंद को दान करने की जानकारी खुद एमसीसी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर पर ट्वीट करके की। एमसीसी ने ट्वीट करते हुए लिखा 'इस सप्ताह एमसीसी म्यूजियम के साथ एक और इतिहास जुड़ गया है। न्यूजीलैंड के गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट को विश्व कप के दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हासिल की गई हैट्रिक बॉल म्यूजियम को दान करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।'
बाते दें, इस वर्ल्ड कप में हैट्रिक लेने वाले बोल्ड दूसरे गेंदबाज है इससे पहले भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने अफगानिस्तान के खिलाफ हैट्रिक ली थी। वहीं वर्ल्ड कप के इतिहास में वो हैट्रिक लेने वाले 10वें खिलाड़ी बने।