इंग्लैंड में खेला जाने वाले 2019 क्रिकेट विश्व कप आलोचकों के निशाने पर बना हुआ है। इसके पीछे की वजह सिर्फ 10 टीमें हैं। आईसीसी ने फैसला किया है कि अगले विश्व कप में सिर्फ 10 टीमें खेलेंगी और इसी वजह से हर कोई आईसीसी के इस फैसले को गलत ठहरा रहा है। स्कॉटलैंड के पूर्व कप्तान प्रेस्टन मोमसेन ने तो यहां तक कह दिया कि 10 टीमों का कोई विश्व कप नहीं होता, इसे तो सिर्फ टूर्नामेंट कहा जाना चाहिए। मोमसेन ने कहा, 'मैं सोचता हूं कि जो क्रिकेट से दूर हैं वो 10 टीमों के बारे में क्या सोच रहे होंगे। मैं इसे विश्व कप नहीं कहना चाहूंगा क्योंकि ये है ही नहीं।'
मोमसेन ने आगे कहा, 'ये सिर्फ 10 टीमों का टूर्नामेंट है। ये चैंपियंस ट्रॉफी की तरह है। मुझे नहीं पता कि कोई समझ क्यों नहीं रहा कि वो टीमों को घटाकर कितना गलत फैसला ले रहे हैं। मुझे पता है कि ये सिर्फ पैसों के लिए किया जा रहा है। लेकिन इस खेल को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है। अधिकारियों को दिखाना चाहिए कि वो इस खेल को दुनिया के कोने-कोने तक ले जा सकते हैं और हर कोई इसे खेल सकता है। लेकिन वो ऐसा नहीं कर रहे।'
आपको बता दें कि आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 में कुल 10 टीमें ही भाग ले रही हैं। इस दौरान पहली आठ टीमें वो हैं जो तय समय तक आईसीसी वनडे रैंकिंग में टॉप-8 में थीं और बाकी की दो टीमों का चुनाव आईसीसी विश्व कप क्वालीफायर के जरिए हुआ था। मोमसेन अकेले नहीं हैं जो 10 टीमों के विश्व कप के खिलाफ हैं। बल्कि कई खिलाड़ी इससे पहले इसी तरह का बयान दे चुके हैं। जिम्बाब्वे के सिकंदर रजा ने भी विश्व कप से बाहर होने के बाद यही कहा था।