बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2020/21 में टीम इंडिया ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर लगातार दूसरी बार 2-1 से टेस्ट सीरीज में मात दी थी। इस ऐतिहासिक जीत में भारतीय युवा खिलाड़ियों ने अहम रोल अदा किया था। विराट कोहली के स्वदेश लौटने के बाद मोहम्मद शमी, हनुमा विहारी और रविंद्र जडेजा जैसे अनुभवी खिलाड़ी चोटिल हो गए थे। जिसके बाद मयंक अग्रवाल, शुभमन गिल, मोहम्मद सिराज, टी नटराजन और ऋषभ पंत जैसे युवा खिलाड़ियों ने परफॉर्म कर टीम को यह एतिहासिक जीत दिलाई थी।
इस जीत के 5 महीने बाद ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन ने भारत को चालबाज टीम बताते हुए निशाना साधा है। पेन का कहना है कि टीम इंडिया ध्यान भटकाने में माहिर है।
न्यूज.कॉम.एयू को दिए एक इंटरव्यू में पेन ने कहा "भारत के खिलाफ खेलना चुनौतीपूर्ण है वह आपको उस चीज से विचलित करने की कोशिश करते हैं जो असल में मायने ही नहीं रखती। सीरीज में हम वहां अपना फोकस खो बैठे।"
टिम पेन ने यहां उस मुद्दे पर रोशनी डालने की कोशिश की जब भारतीय टीम ने आखिरी टेस्ट मैच गाबा में खेलने से इनकार किया था। उस समय टीम इंडिया ने गाबा में क्वारंटीन के मुद्दे को लेकर सवाल उठाए थे और कहा था कि आखिरी टेस्ट मैच भी सिडनी में ही खेलने की मांग की थी।
पेन ने कहा "इसका उदहारण यह है कि जब वह गाबा में टेस्ट मैच खेलने से इनकार कर रहे थे, तब हमें पता नहीं था कि हम कहां जाने वाले हैं। वह अलग पहलू बनाना जानते है जिस वजह से हमारी नजर गेंद से हट गई।"
हालांकि गाबा में ऑस्ट्रेलियाई टीम का रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा था। भारत जब सिडनी में तीसरा टेस्ट खेल रही था तो पेन चौथा टेस्ट खेलने लिए काफी उत्साहित दिख रहे थे। इसको लेकर उन्होंने भारतीय टीम के स्पिनर आर अश्विन को भी स्लेज किया था। लेकिन आखिरी टेस्ट में मेजबानों को हार का मुंह देखना पड़ा और भारत ने सीरीज 2-1 से अपने नाम की।