रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा मौजूदा भारतीय क्रिकेट टीम के अहम सदस्यों में से एक हैं। वहीं पियूष चावला लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं लेकिन एक समय ऐसा था जब इन तीनों ही खिलाड़ियों को नेशनल टीम में शामिल किए जाने को लेकर अलग से सिफारिश की गई थी।
आपको बता दें कि रोहित, पुजारा और चावला ये तीनों ही खिलाड़ी एक साथ अंडर-19 टीम में खेल चुके हैं। इस दौरान टीम के कोच रहे पूर्व तेज गेंदबाज वेकेंटस प्रसाद इन तीनों से इतने प्रभावित हुए थे कि उन्होंने बीसीसीआई को एक रिपोर्ट सौंपी जिसमें इन्हें जल्द से जल्द सीनियर टीम में शामिल करने की सिफारिश की गई थी।
यह बात साल 2006 की है जब श्रीलंका दौरे पर इन तीनों खिलाड़ियों ने धमाकेदार प्रदर्शन किया था। श्रीलंका दौरे पर रोहित ने 6 मैचों में 349 रन बनाए थे जिसमें 205 रन उन्होंने 41 की औसत बनाए थे। वहीं लेग स्पिनर चावला ने 3.21 की इकॉनमी रेट से कुल 13 विकेट लिए थे।
इन पुराने दिनों को याद करते हुए प्रसाद ने 'फैनकोड' के साथ बातचीत में कहा, ''इन तीनों खिलाड़ियों पर मुझे पूरा भरोसा था। इनमें प्रतिभा की कमी नहीं थी। मैं जानता था कि ये तीनों खिलाड़ी लंबे समय तक भारतीय टीम के लिए खेलने वाले हैं। यही वजह है कि जब साल 2006 में अंडर- 19 विश्व कप समाप्त हुआ था तो मैंने बीसीसीआई को एक रिपोर्ट सौंपी और उसमें कहा था कि इन तीनों को फास्ट ट्रैक आधार पर रणजी या जोनल मैच में खेलने का मौका दिया जाए।''
वहीं इसका परिणाम यह हुआ कि चावला को कुछ समय बाद ही नेशनल टीम में खेलने का मौका मिल गया। चावला को पहली बार मोहाली में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में मौका दिया गया।
वहीं रोहित शर्मा ने आयरलैंड के खिलाफ डबलिन में वनडे इंटरनेशनल से भारतीय टीम में अपना कदम रखा। वहीं पुजारा को भारतीय टीम के लिए डेब्यू करने में चार साल का समय लग गया।
पुजारा को सबसे पहली बार साल 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार टेस्ट मैच में खेलने का मौका मिला था।